Kanpur Dehat: गत सोमवार (13 फरवरी) को देर शाम कानपुर देहात का जिला रूरा क्षेत्र के मडौली गांव में दर्दनाक घटना हुई, अवैध कब्जा मुक्त कराने गए प्रशासन पर परिवार वालों के साथ ही ग्रामीणों के गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रसासन ने पीड़ित परिवार की झोपड़ी में आग लगा दी। उस झोपड़ी में मौजूद मां और बेटी जिंदा जलकर गई जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
आपको बता दें कि पुलिस, जिला प्रशासन और राजस्व अधिकारी सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि रूरा स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) दिनेश गौतम और प्रमिला के पति गेंदन लाल भी महिलाओं को बचाने की कोशिश में झुलस गए। वहीं ग्रामीणों ने कहा कि अधिकारी बुलडोजर लेकर पहुंचे और उन्हें कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई।
Kanpur Dehat: 11 पर हत्या का केस दर्ज, लेखपाल,एसडीएम पर भी FIR
बता दें कि कानपुर देहात की दर्दनाक घटना के बाद योगी सरकार एक्शन में है। रूरा थाने में 11 नामजद लोगों के खिलाफ हत्या की धारा और हत्या के प्रयास में केस दर्ज कर लिया गया तो वहीं लेखपाल और एसडीएम के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई हैं।
कानपुर देहात में हुई दर्दनाक घटना में लेखपाल अशोक सिंह को निलंबित कर दिया गया है और उसके बाद एसडीएम के निलंबन के लिए भी पत्र लिखा गया है। ऐसे में एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद के निलंबित होने की प्रबल संभावना है।
Kanpur Dehat: वहीं कानपुर रेंज के आईजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि हम इसकी जांच कर रहे हैं। एफआईआर दर्ज हो गई है और उसके अनुसार विवेचना हो रही है और इसमें कुछ गांव के कुछ लोग और कुछ प्रशासनीक अधिकारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज है।
राज्यमंत्री क्या बोलीं?
योगी सरकार में राज्यमंत्री प्रतिभा शुक्ला देर रात घटनास्थल पर पहुंची। उन्होंने परिवार के साथ संवेदना व्यक्त करते हुए भावुक हो गईं और कहा, कि मेरे पास महिला कल्याण विभाग के होने का क्या फायदा, जब एक मां और एक बेटी हम नहीं बचा पा रहे हैं।
Kanpur Dehat: उन्होंने कहा कि घटना बेहद दुखद है। जितना कष्ट इस परिवार को हो रहा है, उतना ही दुख मुझे भी हो रहा है कि मैं इस क्षेत्र की विधायक हूं और यहां पर ऐसी घटना हो रही है। महिलाओं के साथ अत्याचार ऐसे में मेरा महिला कल्याण विभाग में होना बेकार है। जब हम अपनी बेटी व एक मां को ही नहीं बचा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले घर से बाहर निकालते फिर घर गिराया जाता। जमीन तो यूं ही पड़ी है, आगे भी पड़ी रहेगी, कोई कहीं नहीं ले जा रहा है।
दबंग की शिकायत पर अतिक्रमण हटाने आये थे अफसर- ग्रामीण
ग्रामीणों ने बताया, कि गांव में गौरव दीक्षित नाम का दबंग है। 10 दिन पहले उसने पूरी साजिश रची। इसके साथ, गांव के कुछ लोग हैं। प्रशासन, लेखपाल और एसओ भी मिले हुए हैं। ग्रामीणों ने बताया कि डीएम अपने कर्मचारियों को बचा रहे हैं। इस पूरे मामले में प्रशासन दोषी है। अफसरों ने पैसा लिया है। वह जबरदस्ती अतिक्रमण हटाने पर अड़े हुए थे।
पीड़ित परिवार का आरोप
वहीं पीड़ित परिवार का आरोप है कि प्रशासन ने ही झोपड़ी में उनकी आग लगाई थी। पुलिस ने उनको बचकर निकलने का भी मौका नहीं दिया। पीड़ित परिवार के साथ ही ग्रामीणों ने सीएम योगी से मांग की है। वो खुद या फिर उपमुख्मंत्री उनसे बात करें और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करें।
Kanpur Dehat: आपको बता दें, कि परिवार के लोगों ने सरकार से मांग की है कि दोषियों को फांसी दी जाए। साथ ही पांच-पांच बीघा और पांच करोड़ रुपए दिया जाए। वहीं बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए। घर में अब बेटा, बहू और पिता बचे हैं।
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