New Parliament Building: रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ने नया संसद भवन भारत को समर्पित किया और धूमधाम से नई संसद का उद्घाटन किया गया है। आपको बता दें कि पीएम मोदी के नयी संसद के उद्घाटन का मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के नेता लगातार विरोध कर रहे थे। विपक्ष के नेता लगातार इस बात की मांग कर रहे थे कि उद्घाटन पीएम मोदी के हाथों नहीं बल्कि राष्ट्रपति के हाथों होना चाहिए था।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम- आखिरकार ‘धर्म दंड’ स्थापित हो गया…
इसी बीच कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्ष के नेताओं पर तंज कसा और उनको पाठ पढ़ाते हुए कहा कि ‘धर्म ‘दण्ड‘ स्थापित हो गया। देवता ‘पुष्प‘ बरसाने लगे और ‘गधे‘ चिल्लाने लगे. #myparilamentmypride.’
धर्म “दण्ड”
स्थापित हो गया, देवता “पुष्प” बरसाने लगे और “गधे” चिल्लाने लगे. #myparilamentmypride— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) May 28, 2023
New Parliament Building: गौरतलब है कि इससे पहले भी कांग्रेस की विचाराधारा से हटकर प्रमोद कृष्णम ने पीएम मोदी द्वारा संसद भवन के उद्घाटन करने का समर्थन किया था। दरअसल, जब कांग्रेस के नेताओं समेत विपक्ष के नेताओं ने राष्ट्रपति से संसद भवन का उद्घाटन कराने की मांग पर अड़े थे, तब प्रमोद कृष्णम ने ही कहा था कि “संसद भवन का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री नहीं करेंगे तो क्या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री करेंगे?” वहीं, उन्होंने आगे ये भी कहा था कि “भारत की संसद देश की धरोहर है, बीजेपी की नहीं… देश की संसद का उद्घाटन हिन्दुस्तान का पीएम नहीं करेगा, तो कौन करेगा?”
New Parliament Building: प्रमोद कृष्णम ने विपक्ष के नेताओं से की थी अपील
New Parliament Building: इतना ही नहीं, प्रमोद कृष्णम ने विपक्षी दलों से अपील करते हुए कहा था कि “संसद उद्घाटन कार्यक्रम का बहिष्कार करने के अपने फैसले पर दोबारा विचार करे। नरेंद्र मोदी का विरोध कर सकते हैं, लेकिन देश का विरोध करना ठीक नहीं। संसद पूरे भारत की है, किसी विशेष दल की नहीं है। देश की संसद को बीजेपी की समझा जाना गलत है।”
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