तेलंगाना में जैसे-जैसे मतदान का दिन नजदीक आ रहा है वैसे ही राज्य में राजनीति का पारा चढ़ता जा रहा है। बीआरएस, कांग्रेस, भाजपा के नेता ताबड़तोड़ जनसभाएं कर रहे है इसी क्रम में आज मंगलवार 28 नवंबर को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कि कहा कि “मेंरे दो लक्ष्य हैं। पहला लक्ष्य- मोहब्बत के देश से हमें नफरत मिटानी है। इसके लिए पहले यहां KCR को हराना है। दूसरा लक्ष्य- फिर नरेंद्र मोदी को दिल्ली में हराना है।”
मेरे दो लक्ष्य हैं।
पहला लक्ष्य- मोहब्बत के देश से हमें नफरत मिटानी है। इसके लिए पहले यहां KCR को हराना है।
दूसरा लक्ष्य- फिर नरेंद्र मोदी को दिल्ली में हराना है।
: तेलंगाना में @RahulGandhi जी pic.twitter.com/atB1MV5apy
— Congress (@INCIndia) November 28, 2023
राहुल गांधी: ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने हिंदुस्तान की राजनीति को ही बदल दिया
उन्होंने आगे कहा कि “यह देश नफरत का नहीं बल्कि मोहब्बत का देश है। इसलिए यात्रा में हमने नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है। ‘भारत जोड़ो यात्रा’ ने हिंदुस्तान की राजनीति को हमेशा के लिए बदल दिया है।”
ओवैसी और केसीआर पर बोला जोरदार हमला
राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और तेंलगांना के सीएम केसीआर पर भी जोरदार हमला बोला। उन्होंने दोनों ही नेताओं को भाजपा की बी टीम बता दिया। इतना ही नहीं भाजपा और पीएम मोदी के साथ दोनों ही नेताओं के बीच में घालमेल का आरोप लगा दिया। उन्होंने तो यहां तक कहा कि मेरे पीछे मोदी जी ने ईडी से लेकर सीबीआई को पीछे लगा दिया। मेरी संसद सदस्यता तक को बर्खास्त कर दिया। लेकिन, केसीआर और ओवैसी पर आज तक न ही ईडी ने और न ही कभी सीबीआई ने छापे मारे। उनके उपर आज तक मोदी सरकार ने न ही को केस किया है और मुझें केस की सुनवाईयों के लिए यहां से वहां तक दौड़ाते रहते है।
महासचिव प्रियंका गांधी: कांग्रेस के नेता में अहंकार आता है, तब वह कांग्रेस…
वहीं राहुल गांधी की बहन और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी कहा पीछे रहने वाली थी उन्होंने भी जनसभा के संबोधित करते हुए कहा कि “कांग्रेस महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, जवाहरलाल नेहरु, लाल बहादुर शास्त्री जी की पार्टी है। यह सोनिया अम्मा की पार्टी है। कांग्रेस के कण-कण में सेवा लिखा है। इसका एक-एक नेता और कार्यकर्ता जानता है कि देश में जनता से बड़ा कोई नहीं है। जब कांग्रेस के नेता में अहंकार आता है, तब वह कांग्रेस पार्टी छोड़ देता है, क्योंकि कांग्रेस में अहंकार की कोई जगह नहीं है।”
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