Published By-Poline Barnard
Uttar Pradesh News: संपत्ति पाने के लिए लोग अब क्या क्या नहीं करते है। मथुरा से संपत्ति का एक ऐसा मामला सामने आया है। जिसको देखकर आपके होश उड़ जायेंगे। संपत्ति बंटवारे को लेकर एक मां का शव श्मशान घाट में 8 से 9 घंटे तक अर्थी पर पड़ा रहा। जब तक संपत्ति में बहनों को हिस्सा नहीं मिला तब तक मुखाग्नि नहीं दी गई। आपको बता दें कि मानवता को शर्मसार कर देने वाला ये मामला उत्तर प्रदेश के मथुरा का है। जहां एक मां की मौत हो जाने के बाद उसके शव को मुखाग्नि नहीं गई। क्योंकि बेटियों को
संपत्ति में हिस्सा चाहिए था।
क्या है पूरा मामला?
Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के मथुरा में 85 वर्षीय महिला पुष्पा रहती थी। जिनके कोई बेटा नहीं था उनको बस तीन बेटियां है। जिनके नाम- मिथिलेश, सुनीता और शशि है। बीते कुछ दिनों से पुष्पा बड़ी बेटी मिथिलेश के घर (थाना यमुनापार के गांव लोहवन) में रह रही थी। आरोप है कि मिथिलेश ने अपनी मां को बातों में लेकर करीब डेढ़ बीघा खेत बेच दिया था। अब पुष्पा देवी का देहांत हो गया।मां की मौत के बाद बेटियों में जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद हो गया। श्मशान घाट पर मां का शव रखा रहा और बेटियां लड़ती रही।इस घटनाक्रम को देखते हुए आस पास के लोग बेटियों को खरी-खोटी सुनाने लगे।
85 वर्षीय महिला पुष्पा की मौत के बाद बेटियों ने जमीन के लिए लड़ाई शुरू कर दी और कई घंटे तक महिला का अंतिम संस्कार नहीं होने दिया। बेटियों ने जमीन में हिस्से को लेकर कई घंटों तक हाई वोल्टेज ड्रामा किया।जिसके चलते अंतिम यात्रा में शामिल हुए लोग और परिजन ये सब देखकर परेशान हो गए। जब स्टाम्प में जमीन का लिखित बंटवारा कराया गया तब जाकर शाम करीब 6:00 बजे मृत मां को मुखाग्नि दी गई।
श्मशान घाट पर बेटियों के बीच होने लगी लड़ाई
Uttar Pradesh News: सुनीता और शशि मांग करने लगीं कि मां की जो बची हुई संपत्ति है उसको हमारे नाम किया जाए तभी हम मां का अंतिम संस्कार होने देंगे। लेकिन मिथिलेश इसके लिए राजी नहीं हुई। बहनों के बीच यह लड़ाई काफी देर तक चलती रही। जिसपर श्मशान घाट पर काम करने वाले लोगों ने पुलिस को सूचना दे दी।
Written By- Vineet Attri
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