Varanasi: विष्णु शंकर जैन ने बोले नंदी के सामने लोहे की बैरिकेडिंग हटाकर बनाया गया रास्ता

Varanasi: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिला जज कोर्ट की ओर से बुधवार को मुस्लिम पक्ष को बड़ा झटका मिला। हिंदू पक्ष को व्यासजी तहखाने में पूजा का अधिकार दिया गया है। जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश ने अपने आदेश में वाराणसी जिला प्रशासन को आदेश दिया कि सात दिनों के भीतर व्यासजी तहखाने में पूजा- पाठ की व्यवस्था को पूरी तरह से बहाल किया जाए।

क्या बोले वकील विष्णु शंकर जैन ?

Varanasi: वहीं, ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष का प्रतिनिधित्व कर रहे वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा है कि, “राज्य सरकार ने कोर्ट के आदेश का अनुपालन किया है, वहां पर बैरिकेडिंग की गई है। वहां जो देवी-देवता विराजमान थे उन्हें फिर से स्थापित कर पूजा शुरू कर दी गई है, व्यास जी के तहखाने में नियमित पूजा शुरु की गई है।

वहीं, उन्होंने ज्ञानवापी में पूजा शुरू किए जाने को लेकर हिन्दू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा है कि, राज्य सरकार ने न्यायालय के निर्देश का पालन किया है। काशी विश्वनाथ ट्रस्ट के एक पुजारी द्वारा मूर्तियाँ स्थापित करने के बाद शयन आरती की गई है। अखंड ज्योति भी उनके सामने जला दी गई है। अब इन देवी-देवताओं के लिए रोज सभी आरतियाँ और भोग प्रसाद होगा।

ज्ञानवापी में की गई पूजा-आरती

Varanasi: कोर्ट के फैसले के 9 घंटे बाद ही लोहे के बाड़ हटा दिए गए और देर रात पूजा की शुरुआत कर दी गई। गुरुवार रात 12 बजे पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में विश्वनाथ मंदिर की तरफ से, जहां बड़े नंदी विराजमान हैं, उनके ठीक सामने बैरीकेडिंग को खोलकर तहखाना जाने का रास्ता बनाया गया।

पुजारी ने क्या कहा?

Varanasi: पुजारी माधव दत्त त्रिपाठी ने कहा कि हर सनातनी के लिए यह हर्ष का विषय है, कल की संध्या ने इतनी सुंदर लिखावट लिखी है कि आज का प्रभाव उसे स्वर्ण अक्षर में बदल चुका है। पहले हमें जाने नहीं दिया गया, पर आज से मैं यहां पूजा पाठ की शुरुआत करूंगा। धूप-दीप करेंगे, आरती होगी, मूर्तियों का सृजन होगा। जो बाबा विश्वनाथ की पूजा की प्रक्रिया है, वही प्रक्रिया व्यास तहखाना में भी चलेगी।

जिला कोर्ट के फैसले को चुनौती

Varanasi:ज्ञानवापी परिसर स्थित व्यासजी के तहखाने में पूजा की इजाजत के वाराणसी जिला कोर्ट के आदेश के खिलाफ मस्जिद कमेटी ने गुरुवार सुबह 3 बजे सुप्रीम कोर्ट का रुख किया। सूत्रों के अनुसार, अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमिटी की ओर से वकीलों की टीम ने 3 बजे सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार के सामने मामला रखा। मस्जिद कमिटी ने व्यासजी तहखाने में पूजा पर रोक लगाने की मांग की। सुप्रीम कोर्ट से जल्द सुनवाई की मांग की।

Written By: Vineet Attri 

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।