Ayodhya: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) ने उन सभी खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि अयोध्या में नागपुर से 100 गुना बड़ा मुख्यालय बनाएगा RSS। इसे लेकर संघ की ओर से एक मडिया के लिए पत्र जारी किया है। पत्र के माध्यम से संघ ने कहा है कि अयोध्या के ‘साकेत निलयम’ में पहले से संघ का बड़ा कार्यालय बना हुआ है।
कई मीडिया प्लेटफार्म पर प्रकाशित समाचार "अयोध्या में बनेगा RSS का नया मुख्यालय : संघ ने टाउनशिप में माँगी 100 एकड़ ज़मीन" पूर्णरूपेण भ्रामक, असत्य एवं मनगढ़ंत समाचार है. अयोध्या में संघ कार्यालय “साकेत निलयम” पहले से ही बना हुआ है.@ANI @PTI_News @ZeeNews pic.twitter.com/AS9yGnaLOy
— VSK BHARAT (@editorvskbharat) February 16, 2023
संघ के अवध प्रांत के प्रांत प्रचार प्रमुख डॉ. अशोक दुबे ने पत्र के माध्यम से बताया कि TV 9 एवं दैनिक भास्कर जैसे कई बड़े मीडिया समूह ने अपने प्लेटफार्म पर “अयोध्या में बनेगा RSS का नया मुख्यालय, संघ ने टाउनशिप में मांगी 100 एकड़ में जमीन” चलाई गई खबर पूरी तरह से भ्रामक, असत्य और मनगणंत है। संघ ने अयोध्या में जमीन प्राप्त करने के लिए किसी प्रकार की कोई प्रस्ताव कहीं प्रेषित नहीं किया है।
2025 में संघ के होंगे 100 वर्ष पूरे
Ayodhya: गौरतलब है कि वर्ष 2025 में संघ अपने सौ वर्ष पूरे करने जा रहा है। संघ अपनी शताब्दी वर्ष को तरह-तरह की योजनाएं बना रहा है। वर्तमान में आरएसएस का मुख्यालय नागपुर में है। जो कि करीब 1 एकड़ में बना हुआ है। वहीं, दिल्ली का झंडेवालान भी बड़ा केंद्र है, जो करीब 3 एकड़ में फैला हुआ है। संघ के शीर्ष पदाधिकारियों में से कुछ का नागपुर और कुछ दिल्ली में रहते हैं। मुंबई भी संघ का अहम केंद्र है।
अयोध्या विवाद से लेकर भव्य राम मंदिर निर्माण तक अयोध्या में विहिप सबसे मजबूत संगठन रहा है। विहिप अब राम मंदिर विवाद समाप्त होने के बाद सीमित हो चला है। माना जा रहा है कि अब संघ अयोध्या की बागडोर सीधे अपने हाथ में लेने की तैयारी में जुटा है। यही कारण है कि कोविड की लहर थमने के बाद संघ अयोध्या में 3 बड़े कार्यक्रम कर चुका है। इसमें अखिल भारतीय शारीरिक शिक्षा वर्ग और बौद्धिक शिक्षा वर्ग के जैसे बड़े कार्यक्रम शामिल हैं।
अंतरराष्ट्रीय केंद्र विकसित हो रहा अयोध्या
Ayodhya: कारसेवकपुरम और रामसेवकपुरम का स्थान विश्व हिंदू परिषद की ही गतिविधियों से व्यस्त रहता है। दूसरी तरफ, इन स्थानों से ही श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास भी संचालित होता है। ट्रस्ट के सचिव चंपत राय का केंद्र भी कारसेवकपुरम ही है। उधर, राम मंदिर निर्माण के बाद कारसेवकपुरम में आवाजाही बढ़ी है। अयोध्या, अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में विकसित हो रहा है।