Dinesh Sharma: उत्तर प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम एवं राज्यसभा सदस्य डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा कि पूरे देश में भाजपा की लहर चल रही है। मोदी की बयार है। पहली बार लोकसभा चुनाव राजनैतिक दल नहीं, जनता लड़ रही है। इस बार संसद में नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी खाली ही रह जाएगी। विपक्षी इस कुर्सी को पाने के लिए संख्या बल नहीं जुटा पाएंगे।
Dinesh Sharma: क्या बोले डिप्टी पूर्व सीएम?
भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा है कि, “इस(INDIA) गठबंधन की गांठ खुल गई है केवल रस्सी रह गई है और चुनाव में हार के बाद रस्सी की एंठन भी समाप्त हो जाएगी। चुनाव के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद खाली होने वाला है। आज कांग्रेस नेतृत्व विहीन है। ”
#WATCH लखनऊ: भाजपा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, “…इस(INDIA) गठबंधन की गांठ खुल गई है केवल रस्सी रह गई है और चुनाव में हार के बाद रस्सी की एंठन भी समाप्त हो जाएगी… चुनाव के बाद लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद खाली होने वाला है… आज कांग्रेस नेतृत्व विहीन है…” pic.twitter.com/XfHA1SkuVT
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 28, 2024
डॉ. दिनेश शर्मा बने महाराष्ट्र का चुनाव प्रभारी
बीजेपी पार्टी ने डॉ. दिनेश शर्मा को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपते हुए महाराष्ट्र का चुनाव प्रभारी बनाया है। उन्हें पार्टी की ओर से पहले भी गुजरात और कुछ अन्य राज्यों का प्रभार सौंपा जा चुका है।
वहीं, पार्टी ने संजीव चौरसिया और संजय भाटिया को भाजपा ने वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में भी उत्तर प्रदेश का सह प्रभारी नियुक्त किया था। बिधूड़ी भी पूर्व में उत्तर प्रदेश के चुनाव सह प्रभारी रह चुके हैं।
बीजेपी ने रखा 80 लोकसभा सीट जीतने का लक्ष्य
भाजपा ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटें जीतने का लक्ष्य तय किया है। भाजपा ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत जय पांडा को उत्तर प्रदेश का लोकसभा चुनाव प्रभारी बनाया है। चुनाव प्रबंधन में उनका हाथ बंटाने के लिए पार्टी ने तीन सह प्रभारी नियुक्त किए हैं।
सबसे ज्यादा यूपी पर हैं सबकी नजर
इलेक्शन कमिशन ने पहले ही बता दिया है देश भर में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव होगा। सबसे ज्यादा लोकसभा की 80 सीटें उत्तर प्रदेश में है। इसलिए यहां 80 लोकसभा सीट होने के चलते उत्तर प्रदेश में भी 7 चरणों मे वोटिंग होगी। 4 जून को नतीजे आएंगे। बीजेपी ने नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश की सत्ता पर बैठाने के साथ ही 400 सीट जीतने का लक्ष्य रखा है। बीजेपी का ये लक्ष्य तभी पूरी हो सकता है जब बीजेपी यूपी में क्लीनस्वीप कर दे। इसी के मद्देनजर बीजेपी यूपी में 80 की 80 सीट जीतने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है। उम्मीदवारों के चयन को लेकर पदाधिकारियों की नियुक्ति तक बड़े ही तैयारी के साथ कर रही है।
Written By: Vineet Attri
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