Ram Mandir: सीएम योगी प्राण प्रतिष्ठा के बाद भावुक होकर बोले- “मंदिर वहीं बना है जहां बनाने का संकल्प लिया था”

Ram Mandir: अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरा हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पवित्र मंत्र उच्चारण के साथ रामलला गर्भगृह में विराजमान हो गए। प्रधानमंत्री के साथ संघ प्रमुख मोहन भागवत, यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।

क्या बोले सीएम योगी ?

Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरा होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि संभवत: विश्व में पहला ऐसा अनूठा प्रकरण होगा जिसमें किसी राष्ट्र के बहुसंख्यक समाज ने अपने ही राष्ट्र में, अपने आराध्य की जन्मस्थली पर मंदिर निर्माण के लिए इतने वर्षों और इतने स्तरों पर लड़ाई लड़ी हो।आज आत्मा प्रभुल्लित है इस बात से कि मंदिर वहीं बना है जहां बनाने का संकल्प लिया था।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रभु राम लला के भव्य, दिव्य और नव्य धाम में विराजने की आप सभी को कोटि-कोटि बधाई,मन भावुक है। निश्चित रूप से आप सब भी ऐसा महसूस कर रहे होंगे। आज इस ऐतिहासिक अवसर पर भारत का हर नगर, हर ग्राम अयोध्या धाम है। हर मन में राम नाम है। हर आंख हर्ष और संतोष के आंसू से भीगी है। हर जुबान राम नाम जप रही है। रोम-रोम में राम रमे हैं।ऐसा लगता है कि हम त्रेतायुग में आ गए हैं।

सन्यासियों, संतों, पुजारियों, नागाओं, निहंगों, बुद्धिजीवियों, राजनेताओं, वनवासियों सहित समाज के हर वर्ग ने जाति-पाँति, विचार- दर्शन, उपासना पद्धति से ऊपर उठकर राम काज के लिए स्वयं का उत्सर्ग किया।

सीएम योगी ने अयोध्या को कहा धरती का वैकुंठ

Ram Mandir: भाग्यवान है हमारी पीढ़ी जो इस राम-काज के साक्षी बन रहे हैं और उससे भी बड़भागी हैं वो जिन्होंने सर्वस्व इस राम-काज के लिए समर्पित किया है और करते चले जा रहे हैं। जिस अयोध्या को अवनि की अमरावती और धरती का वैकुंठ कहा गया, वह सदियों तक अभिशिप्त रही। उपेक्षित रही। सुनियोजित तिरस्कार झेलती रही। अपनी ही भूमि पर सनातन आस्था पददलित होती रही, चोटिल होती रही।

किंतु राम का जीवन हमें संयम की शिक्षा देता है और भारतीय समाज ने संयम बनाये रखा। लेकिन हर एक नए दिन के साथ हमारा संकल्प और दृढ़ होता गया।
आज अयोध्या में त्रेतायुगीन वैभव उतर आया है। दिख रहा है। यह धर्म नगरी ‘विश्व की सांस्कृतिक राजधानी’ के रूप में प्रतिष्ठित हो रही है। पूरा विश्व दिव्य और भव्य अयोध्या का साक्षात्कार कर रहा है।

सांस्कृतिक अयोध्या, आयुष्मान अयोध्या, स्वच्छ अयोध्या, सक्षम अयोध्या, सुरम्य अयोध्या, सुगम्य अयोध्या, दिव्य अयोध्या और भव्य अयोध्या के रूप में पुनरोद्धार के लिए हजारों करोड़ करोड़ रुपये लग रहे हैं।

अयोध्या की संस्कृति का किया वर्णन 

Ram Mandir: अयोध्या का दिव्य दीपोत्सव नए भारत की सांस्कृतिक पहचान बन रहा है और श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्‍ठा समारोह भारत की सांस्‍कृतिक अन्‍तरात्‍मा की समरस अभिव्‍यक्ति सिद्ध हो रहा। श्रीरामजन्मभूमि मंदिर की स्थापना भारत के सांस्कृतिक पुनर्जागरण का आध्यात्मिक अनुष्ठान है, यह राष्ट्र मंदिर है। निःसन्देह! श्रीरामलला विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा राष्ट्रीय गौरव का ऐतिहासिक अवसर है।

प्राण प्रतिष्ठा के बाद मोदी ने तोड़ा व्रत

Ram Mandir: श्री राम जन्मभूमि मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना उपवास भी तोड़ा। वह पिछले 11 दिनों से विशेष अनुष्ठान कर रहे थे। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में RSS प्रमुख मोहन भागवत को अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति भेंट की। योगी आदित्यनाथ ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अयोध्या के राम मंदिर की प्रतिकृति भेंट की।

Written By: Swati Singh 

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।