लाउडस्पीकर पर होगा हनुमान चालीसा का पाठ : मस्जिदों में लाउडस्पीकर को लेकर महाराष्ट्र से उठी चिंगारी अब देश के दूसरे हिस्सों में भड़क रही है। धर्म नगरी वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ ज्ञानवापी मुक्ति आंदोलन की और से लाउडस्पीकर लगाए गए है। अजान के वक्त लाउडस्पीकर पर तेज आवाज में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है। जानकारी के मुताबिक ये लाउडस्पीकर घरों की छतों पर लगाए गए हैं।
ज्ञानवपी मुक्ति आंदोलन के अध्यक्ष सुधीर सिंह ने लाउडस्पीकर को लोगों की छतों पर लगाया है। सुधीर सिंह बीजेपी के स्थानीय नेता है। इनका कहना है काशी में अजान के वक्त लाउडस्पीकर से हनुमान चालीसा का पाठ होता आया है। इसी परम्परा को उन्होंने आगे बढ़ाने का काम हमने किया है। उन्होंने ये भी कहा है कि उनका मकसद हिंदू-मुस्लिम सौहार्द्र को बिगाड़ना नहीं है।
सुधीर सिंह ने कहा कि दशकों से काशी में तड़के सुबह से ही मंदिरों में वैदिक पाठ हुआ करता था और उन्होंने कहा कि केवल हमने तो उस परंपरा को दुबारा शुरू करवाया है। उनका ये भी मानना है कि पहले दबाव के चलते ये सारी चीजें बंद कर दी गई थी।
इसके लिए उन्होंने कोर्ट के उस आदेश को जिम्मेदार माना जिसमें ध्वनि प्रदुषण का कारण बताते हुए लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा को बजाने पर पाबंदी लगा दी थी। जिसके बाद हमने कोर्ट का सम्मान करते हुए मंदिरों के उपर लगे हुए लाउडस्पीकर हटा लिए थे।
सुधीर सिंह: अजान की आवाज़ तक यही चलता रहेगा
सुधीर सिंह ने कहा है कि हम लोगों ने तय किया है कि जब तक अजान की आवाज़ आ रही है तो क्यों ना हम भी अपने मंदिरों से वैदिक मंत्रोच्चार और हनुमान चालीसा का पाठ लाउडस्पीकर पर पढ़े। उन्होंने कहा कि अब हमने अजान के वक्त ही लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा की पाठ पढ़ना शुरू कर दिया है।
सुधीर सिंह: अजान के वक्त होगा हनुमान चालीसा का पाठ
उन्होंने ये भी कहा कि अजान की आवाज़ को लेकर पहले भी आपत्ति दर्ज कराई गई थी और आवाज़ को धीमा करने को कहा गया था, लेकिन हमारी बात को अनसुना कर दिया गाया। उन्होंने कहा कि फिलहाल दिन में चार से पांच बार हनुमाान चालीसा का पाठ लाउडस्पीकर पर कर रहे हैं।