Owaisi Tribute Aurangzeb: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र फडनवीस ने AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी को ललकराते हुए कहा कि असदुद्दीन ओवैसी जाते हैं और औरंगजेब को उनकी कब्र पर श्रद्धांजलि देते हैं और आप इसे देखते रहें, आपको इससे शर्म आनी चाहिए। सुनिए ओवैसी, औरंगजेब की पहचान पर कुत्ता भी नहीं पेशाब करेगा…
Owaisi Tribute Aurangzeb: उन्होंने कहा कि औरंगजेब की समाधी पर ओवैसी जाता है और माथा टेकता है और तुम देखते रह जाते है। अरे, शर्म करो चुल्लू भर पानी में डूब मरो, चुल्लू भर पानी में डूब मरो।
अरे ओवैसी सुन ले कुत्ता भी न पेशाव करेगा औरंगजेब की पहचान पर, अब जो भगवा लहराएगा पूरे हिदुस्तान पर…
#WATCH | Asadudin Owaisi goes and pays tribute to Aurangzeb on his grave and you keep seeing that, you should feel ashamed of it. Listen to me Owaisi, even a dog will not pee on the identity of Aurangzeb…: Former Maharashtra CM and BJP leader Devendra Fadnavis, in Mumbai pic.twitter.com/odneDyNvtZ
— ANI (@ANI) May 15, 2022
आप को बता दें कि AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई अकबरूदद्दीन ओवैसी कुछ दिन पहले औरंगजेब की मजार पर माथा टेकने गए थे और उनकी मजार पर सदका भी किया था। औऱ साथ ही औरंगजेब की कब्र पर फातेहा भी पढ़ा। जानकार उनकी टाइमिंग पर सवाल उठाते है कि जानबुझकर अकबरूदद्दीन ओवैसी ने ऐसा वक्त चुना है। जब ज्ञानवापी परिसर का वीडियो सर्वे चल रहा है। वहीं शिवसेना ने औवैसी बंधुऔं पर हमला बोलते हुए कहा कि दोनों भाई हिंदू-मुसलमान करना चाहते है। ओवैसी ने बीजेपी की बी टीम बताया।
Maharashtra | AIMIM leader Akbaruddin Owaisi visited the tomb of the Mughal emperor Aurangzeb in the Khuldabad area of Aurangabad district yesterday pic.twitter.com/ma2IiJ7pMF
— ANI (@ANI) May 13, 2022
महाराष्ट्र के औरंगाबाद में AIMIM नेता अकबरुद्दीन ओवौसी मनसे के नेता राजठकरे का नाम लिए बिना उन पर हमला बोतले हुए कहा कि “कुत्तों को भौंकने दें… शेरों को नज़रअंदाज़ करके आगे बढ़ें..उनके जाल में न पड़ें..जो कुछ भी कहें, बस मुस्कुराएं और अपना काम करते रहें।“
#WATCH | "Let the dogs bark… lions move on by ignoring them…don't fall into their trap… whatever they say, just smile and keep doing your work," said AIMIM leader Akbaruddin Owaisi, in Aurangabad, Maharashtra (12.05) pic.twitter.com/2znmyUuP66
— ANI (@ANI) May 13, 2022
गौरतलब है कि सन 1669 में औरंगजेब ने ही काशी विश्वनाथ मंदिर गिराकर ज्ञानवापी मस्जिद को बनवाया था। और अगर बात करे औरंगजेब के मंदिर तोड़ने की तो उस पर साल 1660 में, मथुरा में भगवान कृष्ण की जन्मभूमि के आधे हिस्से पर उसने ईदगाह बनवाई थी।
भारत पर राज करने वाला औरंगजेब छठा मुग़ल शासक था। उसका शासन 1658 से लेकर 1707 में उनकी मृत्यु तक चला। औरंगज़ेब ने भारतीय उपमहाद्वीप पर आधी सदी के लगभग समय तक राज किया। वह अकबर के बाद सबसे अधिक समय तक शासन करने वाला मुग़ल शासक था। अपने जीवनकाल में, उसने दक्षिणी भारत में मुग़ल साम्राज्य का विस्तार करने का भरपूर प्रयास किया पर उस के मृत्यु के बाद मुग़ल साम्राज्य का सिकुड़ना आरम्भ हो गया।
औरंगजेब के शासन काल में ही हिंदुओं पर जजिया कर लगाया था। उसने सिखों के गुरु तेग बहादुर की हत्या, इस्लाम कबूल न करने के लिए किया था और उसने बहुत से मंदिर तुड़वा कर, मस्जिदों को उसी जगह पर बनवाया था।