Kanhaiya Lal murder case Update: उदयपुर में आज गुरूवार 30 जून को बंद का ऐलान हिंदू संगठनों के द्वारा बुलाया गया है। धारा 144 पहले से ही उदयपुर शहर में कानून व्यवस्था को मद्देनजर प्रशासन ने लगाई हुई है। हिंदू संगठनों ने कन्हैया लाल के मर्डर के विरोध में मौन जुलूस निकाला। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। इस बीच डच सांसद का समर्थन कन्हैयालाल मर्डर केस में भी हिंदुओं को मिल रहा है।वहीं कतर और पाकिस्तान का दौहरा चरित्र सामने आया।
#WATCH राजस्थान: बड़ी संख्या में लोगों ने सड़कों पर आकर उदयपुर हत्याकांड का विरोध किया।
28 जून को दो लोगों ने दर्ज़ी कन्हैया लाल का सिर काट दिया था। उन्होंने भाजपा से निलंबित नूपुर शर्मा के बयान का कथित रूप से समर्थन करते हुए ऑनलाइन पोस्ट किया था। pic.twitter.com/x6PzZmHN1I
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 30, 2022
Kanhaiya Lal murder case Update: उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि असहिष्णु के प्रति सहिष्णु होना बंद करो। चरमपंथियों, आतंकवादियों और जिहादियों के खिलाफ हिंदू धर्म की रक्षा करें। इस्लाम को खुश मत करो, क्योंकि यह तुम्हें महंगा पड़ेगा। और साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि ”हिन्दुओं को भारत में सुरक्षित रहना चाहिए। यह उनका मुल्क है, उनका घर है… भारत कोई इस्लामिक देश नहीं है।”
Please India as a friend I tell you: stop being tolerant to the intolerant. Defend Hinduism against the extremists, terrorists and jihadists. Don’t appease Islam, for it will cost you dearly. Hindus deserve leaders that protect them for the full 100%!#HinduLivesMatters #India
— Geert Wilders (@geertwilderspvv) June 28, 2022
Kanhaiya Lal murder case Update: वहीं ब्रिटिश सेंटर फोर मिडिल ईस्ट के रीजनल हेड अमजद ताहा ने भी उदयपुर में हत्या को लेकर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा , ”उदयपुर में हमले को इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा हिन्दुओं को निशाना बनाए जाने के रूप में देखा गया। इसकी निंदा करें।
भारत को आतंकवाद के ख़िलाफ़ संघर्ष में साथ दें। जिन्होंने एक व्यक्ति को लेकर भारत के बहिष्कार की अपील की थी क्या वे चाहते हैं कि भारतीय सभी मुसलमानों का बहिष्कार करें? जवाब इसका नहीं है, हमें एक रहने की ज़रूरत है।”
The #Udaipur attack is seen as Islamist terrorism targeting Hindus. Condemn it. Join India in battling terrorists. Do those who called for a boycott of India over one man want Indians to boycott all Muslims today?The response is no. We stand united.#JusticeForKanhaiyaLal #उदयपुर
— Amjad Taha أمجد طه (@amjadt25) June 28, 2022
वहीं अरब के मीडिया में भी उदयपुर में हत्या की ख़बर छापी है। अल अरबिया ने लिखा है, ”उदयपुर में इटरनेट और मोबाइल सेवा पर पाबंदी लगा दी गई है। पुलिस ने हत्या के दोनों अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया है। हिन्दू व्यक्ति कन्हैयालाल को उनकी दुकान में गला रेतकर हत्या कर दी गई और इसका वीडियो भी बनाया।”
वहीं कतर की सरकार की तरह कतर की मीडिया का भी दौहरा चरित्र सामने आया है। दोहा नयूज ने फैक्ट चेक वेबसाइट अल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी को तो सुर्खिया बनाया। लेकिन, कन्हैया लाल की हत्या पर गहरी चुप्पी साध ली जैसे उनको सांप सूंघ गया हो।
आप को बता दें कि साउदी अरब और कतर ने तो बकायदा भारत के राजदूत को बुलाकर विरोध दर्ज करवाया था और कतर ने तो हद ही पार कर दी थी। कतर ने भारत से माँफी तक माँगने तक के लिए कह दिया था। लेकिन, अब कतर की सरकार ने भारत के राजदूत को बुलाकर कन्हैया लाल की हत्या की निंदा तक नहीं की।
वहीं पाकिस्तान की शरीफ सरकार तो नाम की ही शरीफ है ये सबको पता है नुपुर शर्मा के मामले में घड़ियाली आंसू बहाने शहबाज शरीफ के क्नहैया लाल हत्याकांड में मामले में एक शब्द भी नहीं फूटा। और बात करे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की तो ऐसा लगता है उनके मूंह में भी दही जम गया। नुपुर शार्मा मामले में तो दोनो छाती पीट रहे थे। ये दोनों ही थे जिन्होंने इस्लामिक देशों को नुपुर शर्मा मामले में भड़काने का काम किया।
वहीं बांग्लादेश की निर्वासित लेखिका तसलीमा नसरीन ने अपने ट्वीट में लिखा है, ”रियाज़ और गौस ने कन्हैयालाल की बर्बर हत्या कर दी। हत्या का वीडियो भी इन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया और कहा कि पैग़ंबर के सम्मान में ये कुछ भी कर सकते हैं। उन्मादी इतने ख़तरनाक हैं कि हिन्दू भी भारत में सुरक्षित नहीं हैं।”
तसलीमा नसरीन ने अपने दूसरे ट्वीट में कहा है, ”बांग्लादेश के एक कॉलेज हिन्दू प्रिंसिपल स्वपन कुमार बिस्वास हैं, जिन्हें उन्मादियों ने फटे जूतों की माला पहनने पर मजबूर किया था. उन्होंने सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का समर्थन करने वाले एक स्टूडेंट का बचाव किया था।
वहीं भारत में एक हिन्दू दर्जी को दो मुल्लाओं ने नूपुर शर्मा के समर्थन को लेकर हत्या कर दी न केवल ग़ैर-हिन्दू बल्कि प्रगतिशील मुस्लिम और स्वतंत्र विचार रखने वालों को भी जिहादी सिरकलम कर सकते हैं। धार्मिक अतिवाद हमेशा मानवता के लिए हानिकारक होता है।”
Swapan Kumar Biswas a Hindu principal of a Bangladesh college was forced to wear a garland of torn shoes by fanatics for defending a student who supported Nupur Sharma on social media. And in Udaipur, India, a Hindu tailor was killed by 2 mullahs for supporting Nupur Sharma.😱
— taslima nasreen (@taslimanasreen) June 28, 2022
गौरतलब है कि उदयपुर में मंगलवार 28 जून को दर्जी कन्हैया की गला काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। रियास और गौस ने दुकान में घुसकर धारदार हथियार से दर्जी का गला काट दिया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उसकी हत्या केवल इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने नुपूर शर्मा के बायन का समर्थन किया था।
दोनो आरोपियों को भिलवाड़ा के 38 साल के रियाज़ अत्तारी और 39 साल के गौस मोहम्मद हैं. राजस्थान पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को गिरफ़्तार कर लिया था। इन्होंने हत्या करने के बाद कहा कि पैग़ंबर के अपमान करने वालों को यही सज़ा मिलेगी। उन्होंने हत्या के बाद एक वीडियो भी जारी किया था।
वीडियो में क्या बोले हत्यारे?
वीडियो में हत्यारे तलवार पर खून और चेहरे पर हँसी के साथ कहते हैं, ”मैं मोहम्मद रियाज अंसारी और ये हमारे गौस मोहम्मद भाई, उदयपुर के अंदर जो माता स्टेट वाला है उसका सर कलम कर दिया है।” आगे मजहबी नारा लगाते हुए कहता है, ”हम जिएँगे आपके लिए और मरेंगे आपके लिए।”
“प्लान ज़ुबेर” काम करने लगा है, शुरूआत आज राजस्थान के उदयपुर से हुई, हिंदू व्यापारी कन्हैया लाल जी के नृशंस कत्ल के साथ !!
उस के क़त्ल पे मैं चुप था, मेरा नम्बर अब आया⁰मेरे क़त्ल पे आप भी चुप है, अगला नम्बर आपका है pic.twitter.com/WrXfQr6wRp
— Dr. Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) June 28, 2022
वो आगे पीएम मोदी की गर्दन काटने और नूपुर शर्मा को धमकी देते हुए कहता है, ”ये नरेंद्र मोदी सुन ले, आग तूने लगाई है और बुझाएँगे हम, इंसाअल्लाह मैं रब से दुआ करता हूँ कि यह छुरा तेरी गर्दन तक भी जरूर पहुँचेगा। और उस कुति** तक भी पहुँचेगा। उदयपुर वालों नारा लगाओ गुस्ताखे नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा। दुआओं में याद रखना।”