Aligarh मुस्लिम विश्वविद्यालय(AMU) अपने कामनामों को लेकर अक्सर चर्चा में रहता है। अब लगातार विवादों को गंभीरता से लेते हुए हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपते हुए एएमयू प्रशासन पर राष्ट्रविरोधी तत्वों को पालने का आरोप लगाया है। साथ ही देश के राष्ट्रपति से विश्वविद्यालय का विशेष दर्जा समाप्त करने की मांग की है।
हिन्दू जागरण मंच की जिला अलीगढ़ एवं महानगर इकाई ने संयुक्त रूप से राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसीएम द्वितीय को सौंपा। ज्ञापन का उद्देश्य “अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय” में पनप रहे राष्ट्रविरोधी व आपराधिक तत्त्वों व उनकी गतिविधियों की ओर ध्यान आकर्षित कर उन पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही का आग्रह करना था। कार्यकर्ता समूह का नेतृत्व कर रहे प्रान्त सह संयोजक मनोज कुमार ने कार्यकर्ताओं व मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारी अनुदान पर चल रहा विश्विविद्यालय आज भी दलित, आदिवासी व पिछड़े छात्रों व कर्मचारियों को बाबा साहब अम्बेडकर द्वारा संविधान में दी गयी आरक्षण की व्यवस्था से वंचित रख रहा है।
प्रांत सह संयोजक मनोज कुमार ने एएमयू पर दलित व पिछड़े छात्रों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। प्रान्त भूमि संरक्षण प्रमुख अमित राजा ने बताया कि एएमयू व इसके आस-पास के क्षेत्रों में अनेक सरकारी जमीनों पर यूनिवर्सिटी से जुड़े व समुदाय विशेष के लोगों ने कब्जे कर रखे हैं। तीन हिन्दू श्मशानों पर भी समुदाय विशेष के लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर रखा है।
विश्वविद्यालय का विशेष दर्जा समाप्त हो
Aligarh जिला संयोजक आदित्य मुखरैया ने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति का CAA /NRC आंदोलन के दौरान यूनिवर्सिटी में फैली हिंसा व अराजकता और यहां के छात्रों द्वारा अलीगढ़ शहर में फैलाई गई अराजकता व हिंसा की ओर ध्यान आकर्षित कराया। इस घटना में शहर के एक व्यक्ति की जान भी चली गयी थी। महानगर संयोजक शशांक ने एसीएम द्वितीय सुबोध कुमार को ज्ञापन सौंपकर आग्रह किया कि विश्वविद्यालय के कारनामों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय का विशेष दर्जा खत्म कर कर देना चाहिए।
हिंदू जागरण मंच के कार्वयकर्ताओं ने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से मांग की कि विश्वविद्यालय में पुलिस और प्रशासन को कार्यवाही करने की पूरी छूट मिलनी चाहिए। इस अवसर पर भाग सह संयोजक मुकेश भारद्वाज, वीरु भदौरिया, नगर संयोजक निर्मल सक्सेना, गणेश सारस्वत आदि हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ता मौजूद रहे। आपको बता दें कि पिछले दिनों एएमयू में एमटेक की पढ़ाई करने वाले हिंदू छात्र ने एक छात्र पर चमंचे के बल पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगवाने और मारपीट करने का आरोप लगाया था। हालांकि यह आरोप पुलिस की पूछताछ में पूरी तरह से गलत पाए गए थे और पुलिस ने आपसी झगड़े में मारपीट का मुकदमा दर्ज किया था।
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