Ashok gehlot:राजेंद्र गुढ़ा बरखास्तगी पर बोले गहलोत ‘ये हमारी पार्टी का अंदरूनी मामला’ वहीं मणिपुर पर मोदी सरकार को घेरा
Atul Sharma
Ashok gehlot: राजस्थान सरकार में पूर्व राज्य मंत्री रहे राजेंद्र सिंह गुढ़ा को अपनी ही सरकार की आलोचना करना भारी पड़ गया। सीएम अशोक गहलोत ने राजेंद्र सिंह गुढ़ा पर अनुशासनात्मक कार्यवाहीं करते हुए उनको राज्यमंत्री पद से बर्खास्त कर दिया। अब राजेंद्र सिंह गुढ़ा बर्खास्तगी ममाले में राजस्थान सीएम अशोक गहलोत की प्रतिक्रिया सामने आ गई है। राजेंद्र सिंह गुढ़ा को राजस्थान के मंत्री पद से बर्खास्त किए जाने के सवाल पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि “यह हमारी पार्टी का अंदरूनी मामला है और इस पर हम अपने हिसाब से चर्चा करते हैं और साथ ।”
महिलासुरक्षापर बोले गहलोत
सीएम गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला सुरक्षा के सवाल पर कहा कि “राजस्थान के आंकड़े इसलिए भी ज्यादा हैं क्योंकि हमने सभी थानों में किसी भी मामले पर एफआईआर दर्ज करना अनिवार्य कर दिया है।उन्होंने बीजेपी शासित राज्यों का जिक्र करते हुए कहा कि नाबालिग से रेप के मामले मध्य प्रदेश सबसे आगे है, जबकि ज्यूडिशियल कस्टडी में मौत के मामले में गुजरात नंबर वन है।”
Ashok gehlot: मणिपुर घटना पर मोदी सरकार को घेरा
Ashok gehlot: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मणिपुर घटना पर बोले अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर नहीं जा सकते तो उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी और मणिपुर के हालात की समीक्षा करनी चाहिए थी। मैंने पहली बार देखा है कि कोई प्रधानमंत्री चुनाव के लिए कर्नाटक, राजस्थान और अन्य जगहों का दौरा कर रहे हैं लेकिन मणिपुर का नहीं। मणिपुर में उनकी सरकार है, सोचिए अगर कांग्रेस वहां सत्ता में होती तो वे क्या-क्या कहते?
#WATCH अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मणिपुर नहीं जा सकते तो उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी और मणिपुर के हालात की समीक्षा करनी चाहिए थी। मैंने पहली बार देखा है कि कोई प्रधानमंत्री चुनाव के लिए कर्नाटक, राजस्थान और अन्य जगहों का दौरा कर रहे हैं लेकिन मणिपुर का नहीं। मणिपुर में उनकी… pic.twitter.com/zuXtf9kgKb
राजेंद्र सिंह गुढ़ा: अपनी ही सरकार को महिला अपराध पर घेरा था
Ashok gehlot: इससे पहले मत्री पद से बर्खास्तगी मामले में राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने कहा था कि “हमें बहन बेटियों ने इसलिए जिताकर भेजा था कि हम उनके मान-सम्मान की रक्षा और हिफाजत कर सकें। सारे रिकॉर्ड कहते हैं कि राजस्थान महिला अत्याचार में नंबर एक पर पहुंच गया है।”