Brij Bhushan Singh: पांच जून को बीजेपी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह को राम कथा पार्क में विश्व पर्यावरण दिवस पर होने वाले अन्य कार्यक्रमों के मद्देनजर संत सम्मेलन के आयोजन की अयोध्या जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी। शुक्रवार (2 जून) को अयोध्या की पुलिस क्षेत्राधिकारी एस पी गौतम ने यह जानकारी दी।
Brij Bhushan Singh: प्रशासन ने कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी
Brij Bhushan Singh: अयोध्या के एस पी गौतम ने कहा कि “पार्षद चमेला देवी ने सोमवार को संत सम्मेलन के आयोजन की अनुमति मांगी थी, जिसे नामंजूर कर दिया गया है।” वहीं, बृजभूषण ने फेसबुक पर जारी एक पोस्ट में कहा कि “वह 5 जून को होने वाली जन चेतना महारैली को कुछ दिनों के लिए स्थगित कर रहे हैं, क्योंकि पुलिस पहलवानों द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों की जांच कर रही है।”
Brij Bhushan Singh: इससे पहले अयोध्या में प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर संत समाज ने साफ किया कि वे शांतिपूर्वक अपना कार्यक्रम करेंगे। उनका कहना है कि जिलों–जिलों तक निमंत्रण भेजा जा चुका है। अगर कार्यक्रम नहीं हुआ, तो लोग निराश होंगे और हम ऐसा बिल्कुल नहीं चाहते है।
महंत गौरीशंकर दास: कोई टकराव नहीं होगा। प्रशासन हमारे अनुरोध को मंजूर करेगा
कार्यक्रम से जुड़े महंत गौरीशंकर दास ने कहा कि “कोई टकराव नहीं होगा। प्रशासन हमारे अनुरोध को मंजूर करेगा। महंत घनश्याम दास ने कहा कि इस सिलसिले में श्रीराम कथा पार्क का अनुरोध किया गया था, लेकिन प्रशासन ने आवेदन को खारिज कर दिया है।”
“पाक्सो एक्ट का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग“
Brij Bhushan Singh: गौरतलब है कि “सांसद बृजभूषण शरण सिंह के समर्थन में बीते सोमवार अयोध्या के अनेक मंदिरों के महंत एक साथ आए। वैदेही भवन में आयोजित बैठक के बाद संतों ने कहा था “कि ऐसा देखा जा रहा है कि पाक्सो एक्ट का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग हो रहा है। इस पर अंकुश लगाए जाने की जरूरत है। सरकार को चाहिए कि वह इस मसले को संज्ञान ले और कानून में जरूरी बदलाव करे। संतों ने कानून का दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की मांग भी की।”
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