Congress: कांग्रेस को अब लगने लगा है कि हिन्दुत्व विचार धारा पर प्रहार करने से चुनावी लोकतंत्र में कोई फायदा नहीं होने वाला। पार्टी के 138वें स्थापना दिवस के मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने भी इस बात पर जोर दिया कि मोदी को हराना है तो हिंदुओं को साधना होगा।
Congress: पूर्व रक्षा मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने कहा कि “हमें मोदी के खिलाफ लड़ने के लिए अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक दोनों समुदायों के समर्थन की आवश्यकता है। अल्पसंख्यकों की तरह बहुसंख्यक समुदाय को भी मंदिर जाने और तिलक लगाने का अधिकार है। उन्हें नरम हिंदुत्व के रूप में लेबल करने से केवल मोदी को फिर से सत्ता में आने में मदद मिलेगा… हमें मोदी के खिलाफ लड़ाई में हिन्दुओं को भी एकजुट करने में समक्ष होना चाहिए। कांग्रेस सभी को साथ रखने की कोशिश कर रही हैं।”
Congress: एंटनी के इस बयान पर बीजेपी हमलावर हो गई है। बीजेपी के अमित मालवीय ने ट्विट करते हुए लिखा कि “कांग्रेस के लिए भारतीय सिर्फ भारतीय नहीं हैं। वो बहुसंख्यक-अस्पसंख्यकों, हिंदु-मुस्लिम में बंटे हुए हैं। अब पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी कह रहे हैं कि कांग्रेस को मोदी सरकार को गिराने के लिए हिंदुओं के समर्थन की जरूरत है, अल्पसंख्यकों का समर्थन ही पर्याप्त नहीं है।”
दूसरी ओर, बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस की आलोचना करते हुए कहा कि “कांग्रेस ‘हिंदू को दो गाली, ताकि मिले वोट बैंक की ताली’ की नीति पर चलती है।”
Congress: भाजपा प्रवक्ता पूनावाला ने कहा कि “हमने कांग्रेस पार्टी को बार-बार श्री राम के अस्तित्व पर सवाल उठाते देखा है, उन्होंने राम मंदिर का विरोध किया है। कांग्रेस गीता की तुलना जिहाद से करने की हद तक चली गई है। कांग्रेस ने हिदुत्व की तुलना ISIS और बोको हरम जैसे आतंकी संगठनों से की, जिसने हिंदू भावनाओं को आहत किया।”
Candid confession by Antony! AK Antony calls out Congress’ Votebank politics – says Minority vote isn’t enough- Labelling Majority Hindus won’t work- will Congress pay heed & stop it’s pseudo secularism & Hindu Apman? From doubting Ram ji existence to Hindu terror… pic.twitter.com/RSgiTvR8Py
— Shehzad Jai Hind (@Shehzad_Ind) December 28, 2022
Congress: आपको बता दें कि, एके एंटनी वही कांग्रेस नेता है जिन्होंने 2014 के चुनाव में हार की पड़ताल करते हुए यह नतीजा निकाला था कि कांग्रेस की इस्लामिक छवि भी हार की वजह बनी थी। एंटनी की इसी रिर्पोट के बाद राहुल गांधी सोफ्ट हिन्दुत्व की ओर बढ़ चले। तो वही 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में उन्होंने कई मंदिरों का भ्रमण भी किया था। लेकिन बड़ी बात यह हैं कि क्या कांग्रेस को इसका अब तक कोई फायदा नहीं मिला हैं?
Written By— Nitisha Agarwal
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