Elon Musk: एलन मस्क का बड़ा ऐलान, ट्विटर अकाउंट्स को कर दिया जाएगा बंद

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 Elon Musk: दुनिया की सबसे बड़ी माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर  के सीईओ एलन मस्क हमेशा से अपने फैसले से दुनिया को हैरान करते आ रहे हैं। उनके हर फैसले पर उनकी आलोचना होती है लेकिन एलन मस्क इन सब से बेफिक्र अपनी दुनिया में मस्त रहते हैं और अपने किसी भी फैसले के लिए पछतावा नहीं करते हैं। अब एलन मस्क ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे Twitter यूजर्स के फॉलोअर्स एक ही झटके में आधे या उससे भी कम हो सकता है।

आइए समझते है आखिर पूरा मामला क्या है।सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर इंक कई सालों से बंद पड़े खातों को हटा देगा, सीईओ एलन मस्क ने सोमवार को एक ट्वीट में Twitter के CEO Elon Musk ने ट्वीट करके कहा है कि वे उन सभी अकाउंट को हटाएंगे जो कई वर्षों से एक्टिव नहीं हैं। और मस्क ने कहा कि माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को फॉलोअर्स की संख्या में गिरावट देखने को मिल सकती है।

ट्विटर की नीति के अनुसार, लंबे समय तक निष्क्रियता के कारण स्थायी निष्कासन से बचने के लिए उपयोगकर्ताओं को प्रत्येक 30 दिनों में कम से कम एक बार अपने खाते में लॉग इन करना चाहिए। एलन मस्क के इस ट्वीट के बाद कई ट्विटर यूजर्स डर गए हैं, क्योंकि उनके फॉलोअर्स की संख्या अचानक से भारी कमी देखने को मिल सकती है। इस महीने की शुरुआत में, पब्लिक ब्रॉडकास्टर द्वारा अपने आधिकारिक ट्विटर फीड पर सामग्री पोस्ट करना बंद करने के बाद मस्क ने नेशनल पब्लिक रेडियो के ट्विटर अकाउंट को दूसरी कंपनी को फिर से सौंपने की “धमकी” दी।

एलन मस्क के मुताबिक ट्विटर की नीति के अनुसार अपने अकाउंट को एक्टिव रखने के लिए यूजर को महीने में कम-से-कम एक बार लॉगिन करना जरूरी है। इसी महीने की शुरुआत में मस्क ने नेशनल पब्लिक रेडियो के 52 ट्विटर खातों को किसी अन्य कंपनी को देने की धमकी दी थी, क्योंकि इन खातों से ट्विटर फीड पर सामग्री पोस्ट करना बंद हो गया था।

ट्विटर ने पिछले महीने मशहूर हस्तियों, पत्रकारों और प्रमुख राजनेताओं सहित हजारों लोगों के प्रोफाइल से लीगेसी वेरिफाइड ब्लू टिक हटा दिया था। मस्क ने खाता सत्यापन को ट्विटर की ब्लू सदस्यता का एक हिस्सा बना दिया है, इसके पहले ट्विटर ने 1 अप्रैल से ब्लू टिक हटाना शुरू किया था।

अब ट्विटर पर उन्ही के पास ब्लू टिक होगा जो इसके पैसे चुका कर मेंबरशिप लेंगे। बता दे कि ट्विटर ने पहली बार 2009 में ब्लू चेक मार्क सिस्टम की शुरुआत की थी ताकि उपयोगकर्ताओं को यह पहचानने में मदद मिल सके कि मशहूर हस्तियां, राजनेता, कंपनियां और ब्रांड, समाचार संगठन और सरकार से सबंधित अन्य खातों की अलग पहचान बनाई जा सके। और नकली या पैरोडी खाते का पता चल पाए। कंपनी पहले वैरिफिकेशन के किसी भी तरह का चार्ज नहीं लेती थी।

Written By: Poline Barnard

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By खबर इंडिया स्टाफ