Gujrat Election 2022: ओेवैसी है गुजरात में भाजपा की जीत की गारंटी, सर्वे में हुआ चौकाने वाला खुलासा

Gujrat Election 2022

Gujarat Election 2022: गुजरात विधानसभा चुनाव अपने पूरे शबाव पर है। गुजरात में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है।  बीजेपी, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच मुकाबला होने से राजनीतिक गलियारों के साथ ही जनता में भी उत्सुकता पैदा हो गयी है।

पिछले 27 साल से सत्ता में काबिज बीजेपी इस बार भी वापसी के लिए पूरा जोर लगा रही है, वहीं कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगी है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी मुस्लिम बहुल सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं और ओवैसी के गुजरात चुनाव में ताल ठोकने से भाजपा को फायदा होना लगभग तय है और ये हम नहीं बल्कि चुनाव के दौरान हुए सर्वे में खुलासा हुआ है।

सर्वे के दौरान गुजरात की 51 % जनता ने माना कि AIMIM अध्यक्ष जहां भी चुनाव लड़ते है वहां भाजपा को ही फायदा पहुंचाते है। लेकिन, 49% लोगों इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते है।

Gujrat Election 2022:  अगर बात करे चुनाव की तो ये भी कहा जाता है की प्रदेश में किसका सरकार बनेगी उसका निर्धारण शहरी वोटर ही करता है। इसका अर्थ ये है कि शहरी सीटों पर जिस पार्टी को जीत मिलती है उस पार्टी की ही सरकार बनती है।

बीजेपी को पिछले 27 साल से सत्ता में बिठाने में शहरी मतदाताओं का बहुत बड़ा हाथ है। राज्य की 44 शहरी सीटों पर 1995 के बाद से बीजेपी की तूती बोलती है। इन्हीं सीटों के भरोसे बीजेपी हर बार सत्ता तक पहुंचने में कामयाब होती रही है।

ये हम ऐसे ही नहीं कह रहे है पिछले चुनाव के  आकड़ें भी ये ही बयान कर रहे है। अगर बात करे साल  2017 के चुनाव की तो तब भाजपा को 99 सीट पर ही संताष करना पड़ा था। लेकिन, उनमें शहरी सीटों का बहुत बड़ा योगदान  था। 44 शहरी साटों में से 38 सीट जीतने में भाजपा कामयाब हुए थे।

अगर साल 2012 के विधानसभा चुनाव की बात करे तो उस चुनाव में भी बीजेपी ने 44 शहरी सीटों में से 40 पर जीत हासिल की थी। अब कितने बदल चुके हैं समीकरण

Gujrat Election 2022: अब इन सीटों के समीकरण पूरी तरह से बदल चुका हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी के खिलाफ चक्रव्यूह तैयार करने वाली तिकड़ी में से हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर अब बीजेपी के साथ हैं। इस बार वो बीजेपी की टिकट पर चुनावी मैदान में उतरकर विरोधियों के खिलाफ ताल ठोक रहे है। राजनीतिक विशेषज्ञ मान कर चल रहे है कि श्रद्धा मर्डर केस का बीजेपी को फायदा मिल सकता है।

चुनावी रणनीतिकारों का मानना है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का गुजरात चुनाव में एंट्री बहुत देर से हुई है। कांग्रेस के कार्यकर्ता अभी तक चुनाव को लेकर उदासीन लग रहे थे। लेकिन, राहुल के गुजरात चुनाव में प्रचार करने से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में भी जान फूंक सकती है।

राहुल के आने से अब गुजरात का चुनाव त्रिकोणीय हो चला है। राहुल के प्रचार करने से केजरीवाल और आप को नुकसान होना लगभग तय है। कांग्रेस का कोर वोटर आज भी गुजरात में हो और अगर राहुल प्रचार नहीं करते तो केजरीवाल को वाॅकओवर मिल जाता। लेंकिन, अब ऐसा नहीं हो पाएगा। भाजपा के लिए गुजरात में अब चुनाव जीतना कुछ और आसान हो जाएगा।

ये भी पढ़ें…

Mathura News: लाल सूटकेस में बंद मिली लड़की की पुलिस ने खोली गुत्थी, दिखावटी शान के लिए बाप बना हत्यारा
Azamgarh Murder Case: श्रद्धा हत्याकांड की तर्ज पर आजमगढ़ में भी प्रेमिका की बेरहमी से हत्या कर कुएं में फेंकी लाश
By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।