राष्ट्रपति भवन: मोदी सरकार का बड़ा फैसला ‘मुगल गार्डन’ का नाम बदलकर हुआ ‘अमृत उद्यान’

Rashtrapati Bhavan

राष्ट्रपति भवन: मोदी ने जबसे सत्ता संभाली है तब से ही वो दकियानूसी कानूनों को बदलने का काम बड़ी ही सफालता पूर्वक कर रहे है। चाहे वो कश्मीर में धारा 370 होे, 35 A हो या  तीन तलाक जैसे कानूनों को निरस्त कर दिया है और साथ ही उनकी ये भी कोशिश भी है कि मुगल काल से चले आ रहे जगहों के नाम को भी बदलने का भी काम उनकी सरकार कर रही है।

इलाहाबाद का नाम प्रयागराज और फैजाबाद का नाम अयोध्या कर दिया और ऐसे ही अलीगढ़ का नाम बदल कर हरिगढ़ करने के लिए वहां कि लोकल समितियों ने मोदी सरकार को प्रस्ताव भेजा है और उम्मीद ये है कि अलीगढ़ का नाम जल्द हरिगढ़ हो जाएगा। ऐसा ही एक और ऐतिहासिक फैसला मादी सरकार ने लिया है। राष्ट्रपति भवन में मौजूद मुगल गार्डन अब अमृत उद्यान के नाम से जाना जाएगा।

राष्ट्रपति भवन: सूत्रों के मुताबिक, मुगल गार्डन का नाम अमृत महोत्सव के तहत बदला गया है। यह हर साल जनवरी की 31 तारीख से 26 मार्च तक आम लोगों के लिए खुलता है और इस बीच लोग गार्डन का लुफ्त उठा सकते है। बता दें कि मुगल गार्डन में ट्यूलिप और गुलाब की विभिन्न प्रजातियों के फूल राष्ट्रपति भावन को महका रहे है। इन फूलों को देखने मात्र से ही लोगों का मन प्रफुल्लित हो जाता है। बच्चों का दिल तो उनको छूने का भी करता है। वहीं राष्ट्रपति के प्रेस सचिव अजय सिंह ने कहा कि “राष्ट्रपति जी ने निर्णय लिया है कि यहां(राष्ट्रपति भवन) जो गार्डन हैं, उनकी पहचान अब अमृत उद्यान के रूप में होगी।”

राष्ट्रपति भवन:अमृत उद्यान है लोगों के आकर्षण का केंद्र

राष्ट्रपति भवन स्थित अमृत उद्यान पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र है। मुगल गार्डन को बनाते वक्त एडविन लुटियंस ने पहले कई देशों के उद्यानों का अध्ययन किया था। तब कहीं जाकर उन्होंने एक ऐसा आद्वितीय गार्डन बनाया जो कि इतने सालों के बाद भी लोगों के मन को लुभाने का काम करता हैं। कहा तो ये भी जाता है कि एडविन लुटियंस को उद्यान में पौधारोपण में करीब एक साल का वक्त लगा था। मुगल गार्डन में ब्रिटिश और मुगल दोनों के उद्यानों की झलक मिलती है।

मोदी बदल चुके हैं कई संस्थाओं और सड़कों के नाम

गौरतलब है कि सरकारें समय-समय पर कई जगहों के नाम बदलती रहती हैं। इस क्रम में कई भवनों, संस्थाओं और सड़कों के नाम बदले जा चुके हैं। औरंगजेब रोड का नाम बदलकर अब्दुल कलाम रोड, योजना आयोग का नाम बदलकर नीति आयोग, रेसकोर्स रोड का नाम बदलकर लोक कल्याण मार्ग और फिरोज शाह कोटला स्टेडियम का नाम बदलकर अरुण जेटली स्टेडियम रखा जा चुका है।

अमृत उद्यान (पहले का मुगल गार्डन) में ये सब है खास

आपको बता दें कि रायसीना हिल्स स्थित राष्ट्रपति भवन के अंदर 15 एकड़ में अमृत उद्यान है, जिसमें 10 से अधिक गार्डन हैं, जिसमें गुलाब, गेंदा, स्वीट विलियम आदि शामिल हैं, सेंट्रल लॉन एंड लॉग, सर्कुलर, स्पिरिचवल, हर्बल (33 औषधीय पौधे), बोन्साई (ढाई सौ प्लांट), कैक्ट्स (80 वेरायटी) व नक्षत्र गार्डन (27 वेरायटी) शामिल हैं। इसके अलावा यहां करीब 160 वेरायटी के पांच हजार पेड़ भी शामिल हैं। इसके अलावा नक्षत्र गार्डन भी है, लेकिन वहां आम लोग यहां पर फरवरी से लेकर मार्च में निर्धारित दिन तक ही घूमने जा सकते हैं।

यह उद्यान चार भागों में बंटा हुआ है और चारों एक दूसरे से भिन्न एवं अनुपम हैं। यहां कई छोटे-बड़े बगीचे हैं जैसे पर्ल गार्डन, बटरफ्लाई गार्डन और सकरुलर गार्डन, आदि। बटरफ्लाई गार्डन में फूलों के पौधों की बहुत सी पंक्तियां लगी हुई हैं। यह माना जाता है कि तितलियों को देखने के लिए यह जगह सर्वोत्तम है। इस बाग में फूलों के साथ-साथ जड़ी-बूटियां और औषधियां भी उगाई जाती हैं। इनके लिये एक अलग भाग बना हुआ है, जिसे औषधि उद्यान कहते हैं।

अमृत उद्यान: आम लोगों के लिए नहीं है कोई एंट्री फीस

अगर आप अमृत उद्यान मेट्रो से जाना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे नजदीकी मेट्रो स्टेशन सेंट्रल सेक्रेटरिएट होगा। आपकी जानकारी के लिए बता दें अमृत उद्यान में एंट्री निशुल्क है आप अपने साथी के साथ अच्छा समय बीता सकते हैं। अमृत उद्यान सोमवार को बंद रहता है और साथ ही यहां खाने-पीने का समान लेकर जाना सख्त मना है।

एंट्री के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अमृत उद्यान में उन्हीं लोगों को जाने की इजाजत होगी, जो लोग ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर आएंगे उनको ही अमृत उद्यान मे एंट्री दी जाएगी। बयान में आगे कहा गया कि सुरक्षा कारणों से एहतियात के तौर पर वॉकइन एंट्री की सुविधा नहीं होगी।

 गार्डन में जाने का समय

गार्डन सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक खुला रहेगा। खास बात ये है कि अमृत उद्यान में जाने के लिए सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक 7 हजार 500 लोगों के लिए ही टिकट जारी किए जाएंगे और इसके बाद 12 से शाम के चार बजे तक गार्डन में जाने के लिए एक बार फिर से 10 हजार लोगों को पास जारी किए जाएंगे। 

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।