Punjab News: खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इशारों–इशारों में धमकी दी है। अमृतपाल ने सोमवार को पंजाब के मोगा जिले के बुधसिंह वाला गांव में कहा– जो हश्र इंदिरा गांधी का हुआ, वही अमित शाह का भी होगा। अमृतपाल पंजाबी सिंगर दीप सिद्धू की बरसी कार्यक्रम में शामिल होने आया था। वह वारिस पंजाब दे संगठन का प्रमुख है, जिसे दीप सिद्धू ने ही बनाया था।
उससे कह दो पंजाब का बच्चा–बच्चा करता है खालिस्तान की बात
अमित शाह ने कुछ दिन पहले कहा था कि पंजाब में खालिस्तान समर्थकों पर हमारी नजर है। अमृतपाल से शाह के बयान को लेकर सवाल किया गया था। इस पर अमृतपाल ने कहा, कि शाह को कह दो कि पंजाब का बच्चा–बच्चा खालिस्तान की बात करता है। जो करना है कर ले। हम अपना राज मांग रहे हैं, किसी दूसरे का नहीं। 500 साल से हमारे पूर्वजों ने इस धरती पर अपना खून बहाया है।
Punjab News: कुर्बानी देने वाले इतने लोग हैं कि हम उंगलियों पर नहीं गिना सकते। इस धरती के दावेदार हम हैं। इस दावे से हमें कोई पीछे नहीं हटा सकता। न इंदिरा हटा सकी थी और न ही मोदी या अमित शाह हटा सकता है। दुनिया भर की फौजें आ जाएं, हम मरते मर जाएंगे, लेकिन अपना दावा नहीं छोड़ेंगे।
इंदिरा की तुलना अमित शाह से क्यों की?
अमृतपाल सिंह ने अपने भाषण में अमित शाह की तुलना इंदिरा गांधी के साथ की है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1984 में गोल्डन टेंपल को जरनैल सिंह भिंडरांवाला से मुक्त कराने के लिए ऑपरेशन ब्लू स्टार करवाया था। जिसके बाद 2 सिख सुरक्षाकर्मियों ने इंदिरा गांधी की हत्या कर दी थी। इसी जरनैल सिंह भिंडरांवाला को अमृतपाल अपना आदर्श मानता है।
कौन है अमृतपाल सिंह?
अमृतपाल कुछ ही समय पहले दुबई से भारत आया। दुबई में वह अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट बिजनेस में हाथ बंटाता था। यहां आते ही अमृतपाल अपनी दमदार भाषण शैली के कारण चर्चा में आ गया। अपने भाषण में वह खालिस्तान के समर्थन में खुल कर बोलता है। इतना ही नहीं, वह पंजाब के युवाओं को ड्रग्स के जाल से मुक्त करवाने के दावों के साथ युवाओं को अपने साथ जोड़ रहा है। पंजाब में इस वक्त अमृतपाल सिंह का नाम चर्चा में है। वारिस पंजाब दे संगठन में बीते साल ही अमृतपाल सिंह की दस्तारबंदी हुई थी।
Punjab News: ‘वारिस पंजाब दे‘ एक प्रेशर ग्रुप है, जिसे 2 साल पहले पंजाब के एक्टर और एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने बनाया था। यह दीप सिद्धू वही हैं, जो किसान आंदोलन के वक्त अफसरों से अंग्रेजी में बात करके चर्चा में आए थे। उसके बाद किसान आंदोलन के वक्त ट्रैक्टर मार्च के दौरान दीप को लाल किला हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया था। हालांकि बाद में दीप सिद्धू की एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। जिसके बाद अमृतपाल को इसका मुखी बना दिया गया।