Braj Holi 2023: ब्रज की होली देश में ही नहीं विश्वभर में मशहूर है। ब्रजभूमि में होली खेलने विदेश लोग भी यहां आते हैं। ब्रज में करीब 40 दिन होली का उत्सव चलता है। यह होली पूरे ब्रज में अलग-अलग तिथियों में मनाई जाती है। जिसमें बरसाना की लट्ठमार होली काफी मशहूर है। होली की धूम भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि से लेकर राधारानी की नगरी तक देखने को मिलती है।
लट्ठमार होली पर नंदगांव से आए ग्वालों पर बरसाने की ग्वालिनें लट्ठ बरसाती हैं। ब्रज का होली का पर्व बसंत पंचमी से शुरू होकर 40 दिनों तक चलता है। इस दौरान, लड्डूओं की होली, लट्ठमार होली और फूलों की होली मनाई जाती है। ब्रज की गलियां होली के रंगों में झूम उठती हैं। बरसाना गांव राधारानी की जन्मभूमि है, जहां लट्ठमार होली खेली जाती है।
ब्रज होली की तारीखें यहां देख लें..
Braj Holi 2023:
- बरसाने में होली की शुरुआत लड्डूमार होली से होती है, जो कि राधारानी के श्रीजी मंदिर में खेली जाती है। इस साल लड्डूमार होली 27 फरवरी 2023 को खेली जाएगी।
- लट्ठमार होली इस साल 28 फरवरी को खेली जाएगी। इसे देखने के लिए दुनियाभर से लोग बरसाना आते हैं। इस दिन नंदगांव से आए ग्वालों पर बरसाने की ग्वालिनें लट्ठ बरसाती हैं।
- 1मार्च को होगी नंदगांव की लट्ठमार होली। कम ही लोग जानते हैं, कि बरसाने के बाद नंदगांव में भी लट्ठमार होली पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। इस दिन बरसाने के ग्वाले नंदगांव आते हैं और नंदगांव की ग्वालिनें उन पर लट्ठ बरसाती हैं।
- भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में होली का एक सांस्कृतिक कार्यक्रम होता है। जिसमें सबसे पहले मंदिर में गुलाल उड़ाया जाता है और फिर पूरे मथुरा में गुलाल का रंग देखा जा सकता है। इस दिन जन्मभूमि में कोई गली ऐसी नहीं होती जहां गुलाल न नजर आए। इस साल यह कार्यक्रम 3 मार्च को होगा।
- ब्रज की छड़ीमार होली भी बहुत प्रसिद्ध है, जो कि गोकुल में खेली जाती है। छड़ीमार इस साल 4 मार्च को खेली जाएगी।
- इसके बाद फालेन गांव में महा होलिका दहन होता है, जिसमें गांव के हुरियारे यानि होली खेलने वाले लोग नंगे पांव गुजरते हैं। होलिका दहन 6 मार्च को होगा। फिर 7 मार्च को मथुरा के द्वारिकाधीश मंदिर का डोला निकलेगा जो कि मथुरा की गली-गली में घूमेगा।
- इस साल पूरे देश में 8 मार्च को होली का त्योहार मनाया जाएगा और पूरे ब्रज मंडल में इसकी धूम दिखेगी। इसके बाद 12 मार्च को रंग पंचमी के दिन होली का समापन होगा। होली का समापन रंगनाथ जी की होली के साथ होता है।