Turkey Syria EarthQucke: भूकंप की त्रासदी को समझना हो तो शायद आपको पीएम मोदी से ज्यादा अच्छा शख्स कोई नहीं मिल सकता। उन्होंने ओर उनके प्रदेश ने सबसे ज्यादा भूकंप को झेला है। साल 2002 का भूकंप जिसने गुजरात के लोगों के साथ ही देश और विदेश को हिला के रख दिया था। पीएम मोदी उस दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री थे। कच्छ क्षेत्र भुकंप से प्रभावित था। भूकंप के कारण बड़ी-बड़ी इमारतें भूकंप में तब्दील हो गयी थी और ऐसा ही भीषण भूकंप अब तुर्की और सीरिया में गत सोमवार 6 फरवरी को आया जिसने तुर्की और सीरिया को जान-माल का बहुत नुकसान हुआ।
Turkey Syria EarthQucke: भारत समेत दुनिया के कई देशों ने बढ़ाया सहायता का हाथ
बात करें तुर्की और सीरिया में आए भुकंप को तो अब तक 10 हजार से ज्यादा लोग की मौत हो चुकी है। इस त्रास्दी के कारण हजारों लोग घायल हैं और तमाम लोग अभी भी मलबे के नीचे दबे हुए है। इस प्राकृतिक आपदा के बाद पूरी दुनिया तुर्की और सीरिया की मदद के लिए हाथ बढ़ा रही है। वहीं जहां बचाव अभियान के तमाम देश सीरिया और तुर्की को जरूरत का सामान, दवाईया भेज रहे है।
Turkey Syria EarthQuake: बचाव अभियान के तहत भारत ने भी NDRF की टीम, डॉक्टर, मेडिकल टीम, अस्थाई अस्पताल समेत बड़ी मात्रा में राहत सामग्री मदद के लिए भेजी है तो वहीं पाकिस्तान ने भी दिखावे के लिए ही सही लेकिन शरीफ सरकार ने भी मदद भेजने की पेशकश की लेकिन उसे तुक्री ने बुरी तरह से लताड़ दिया है। तुर्की को भी पता है कि पाकिस्तान की आवाम खुद ही आटे-दाल के लिए मोहताज है वो क्या खाक मदद करेगा…
Turkey Syria Earthquake: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब इरदुगान अच्छी तरह समझते है कि जब भारत सहायता कि पहल कर रहा है तो पाकिस्तान कैसे पीछे रह सकता है? उसने भी नाकाम चाल चल दी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और अन्य अधिकारियों तुर्की के साथ एकजुटता दिखाने के लिए भूकंप प्रभावित इलाकों का दौरा करना चाहते थे।
लेकिन तुर्की सरकार ने लताड़ते हुए कहा कि अभी हम भूकंप के कारण मची तबाही से बचाव और राहत कार्यों में व्यस्त हैं इसलिए आप अभी यहां न आइए। जिसके बाद पाकिस्तान पीएम शरीफ ने अपना तुर्की दौरा रद्द कर दिया। तुर्की के इस जबाव के बाद शरीफ के शरीर पर साप लौट गए और वो केवल मन मसोस कर ही रह गए क्योंकि, उनको ये यकीन है कि जब भी भारत से युद्ध होगा तो कोई इस्लामिक देश उसका साथ दे न दे लेकिन, तुर्की उसका साथ जरूर देगा।
अब पाकिस्तान की शरीफ सरकार की नींद हराम हो रही है जब रजब तैयब इरदुगान ने भारत की सहायता को सहर्ष स्वीकार कर लिया है। शरीफ सरकार और पाकिस्तान की आवाम को लग रहा था कि चीन और तुर्की ही तो है जो कि भारत के साथ युद्ध में साथ देंगे। लेकिन अब उसको लग रहा है कि तुर्की उससे छिटक सकता है।
जानकार मान कर चल रहे है कि शरीफ सरकार इसलिए भी परेशान है और कि उसकी दिखावे की चाल की चाल को अब तुर्की भी समझ गया है और उसने उसकी तुर्की के साथ दिखने की कवायद को धता बताते हुए उसको (पाकिस्तान को) लताड़ दिया। पीएम शरीफ ने तुर्की के साथ एकता दिखाने के लिए प्रभावित क्षेत्र का दौरा करना चाहा तब ही तुर्की ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को मना कर दिया। शरीफ को इस जबाव का बिलकुल भी अंदाजा न था कि उसका पक्का दोस्त उसको ही लताड़ देगा।
मरियम ने दी थी खुद यात्रा की जानकारी
इस यात्रा के बारे में जानकारी पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने खुद अपने ट्विटर हैंडल से दी थी। उन्होंने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा था कि प्रधानमंत्री शरीफ बुधवार सुबह अंकारा के लिए रवाना होंगे। उन्होंने कहा, वो राष्ट्रपति (रेसेप तैयप) एर्दोगन के लिए भूकंप के विनाश, जीवन की हानि और तुर्की के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करेंगे। प्रधानमंत्री की तुर्की यात्रा के कारण गुरुवार को बुलाई गई एपीसी स्थगित की जा रही है, सहयोगी दलों के परामर्श से नई तारीख की घोषणा की जाएगी। मरियम को भी अंदाजा न था कि तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन ही पाकिस्तान को दौरा करने के लिए मना करके उसकी जगहंसाई करवा देगा।
وزیراعظم شہباز شریف کل صبح انقرہ روانہ ہوں گے، وہ صدر اردوان سے زلزلے کی تباہی، جانی نقصان پر افسوس اور تعزیت،ترکیہ کے عوام سے یک جہتی کریں گے۔ وزیراعظم کے دورہ ترکیہ کی وجہ سے جمعرات 9 فروری کو بلائی گئی اے پی سی مؤخر کی جا رہی ہے، اتحادیوں کی مشاورت سے نئی تاریخ کا اعلان ہوگا
— Marriyum Aurangzeb (@Marriyum_A) February 7, 2023
Turkey Syria EarthQuake: 10 हजार लोगों से ज्यादा की मौत
बता दें कि सोमवार को तुर्की और सीरिया में आए भूकंप ने भीषण तबाही मचाई है। रिक्टर पैमाने पर इस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। खबर लिखे जाने तक इस भूकंप से अब तक करीब 10 हजार लोगों से ज्यादा की मौत हो चुकी है। इसके अलावा हजारों लोग लापता हैं और हजारों की संख्या में घायल भी हैं। यहां हर तरफ मलबा ही मलबा नजर आ रहा है और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
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