Cancer Research: 5 कैंसर को मात देकर महिला ने जीत ली जंग, जिस जीन ने कैंसर पैदा किया, उसी ने किया खत्म

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Cancer Research: कैंसर जैसी बीमारी का नाम आते ही लोगों की रूह कांप जाती है। क्योंकि कैंसर नामक ऐसी बीमारी है, कि जिससे बचने की बहुत कम संभावनाऐं रहती हैं। लेकिन एक ऐसी कैंसर पीड़ित महिला जिसने एक नहीं, दो नहीं बल्कि पांच कैंसर होने के बाद भी जिंदगी की जंग जीत गई। महिला 5 कैंसर को हरा दिया। कैंसर जानलेवा बीमारी है, जो एक बार हो जाए तो इसके क्योर होने की संभावना बेहद कम होती हैं। ट्यूमर यानि गांठ सेल्स में होने वाली अनियंत्रित ग्रोथ है।

हर गांठ कैंसर हो, ये जरूरी नहीं है, लेकिन हर गांठ, कैंसर न हो ऐसा भी नहीं है। डॉक्टरों का कहना है, कि शरीर में कहीं भी कोई गांठ दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाएं। इसके पीछे वजह है, कि कैंसर प्राइमरी स्टेज में कोई लक्षण नहीं दिखाता है। जब यह एडवांस स्टेज में हो, तब ही इसकी जानकारी हो पाती है। एक कैंसर होने से जीवन की लालसा खत्म हो जाती है, यदि 5 कैंसर हो जाए तो क्या कहा जा सकता है? ऐसा ही एक दुर्लभ मामला सामने आया है।

5 कैंसर होने की क्या रही वजह और कैसे हराया?

महिला को लगातार ट्यूमर होने और कैंसर बनने से डॉक्टर हैरान थे। महिला को बार-बार कैंसर क्यों हो रहे हैं, इस पर रिसर्च की गई। शोधकर्ताओं ने पाया, कि महिला के ट्यूमर बन रहे थे और कैंसर भी हो रहा था, लेकिन इनसे खतरे वाली कोई बात नहीं थी। इन कैंसर और ट्यूमर बनने के पीछे वजह जेनेटिक म्यूटेशन बताई गई। इस म्यूटेशन के लिए नामक एक जीन की दोनों कॉपियां पाईं गईं।

ये जीन प्रोटीन के लिए सेल्स डिवीजन और प्रसार की भूमिका निभाता है। इस जीन की एक कॉपी मां से और एक कॉपी पिता से विरासत में मिलती हैं। यदि म्यूटेशन होकर दो म्यूटेट कॉपी जीन में चली जाए तो गर्भ विकसित नहीं हो पाता है, लेकिन महिला के साथ ऐसा नहीं हुआ।

Cancer Research: वैज्ञानिक इसको लेकर बेहद परेशान थे, कि किसी व्यक्ति को शरीर में एक जगह कैंसर होने पर उसके बचने की संभावना बेहद कम होती है, लेकिन इस महिला के केस में उसे बार-बार कैंसर हो रहे थे और वह ठीक भी हो रही थी। वैज्ञानिकों ने पाया, कि नामक जीन की दो कॉपियां आजतक किसी में नहीं देखी गई। इस जीन की वजह से ही महिला को बार बार कैंसर हो रहे थे और महिला में एक अलग तरह का इम्यून सिस्टम का विकास हुआ, जिनसे कैंसर एयूप्लोइड सेल्स को टारगेट कर खत्म कर दे रहा था। अब महिला ठीक है।

आपको बता दें, कि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, साइंस एडवांस जर्नल में इसको लेकर रिसर्च पब्लिश की गई है। रिसर्च के अनुसार, स्पेन की महिला को 12 ट्यूमर हुए। इनमें से जांच कराने पर 5 गांठों के कैंसर होने की पुष्टि हुई।

Cancer Research: 1986 में महिला का जन्म हुआ था। महिला की उम्र फिलहाल 36 वर्ष है। 2 वर्ष की उम्र होने पर ही बाईं ऑडिटरी कैनाल में सारकोमा के लिए पहली बार कीमोथेरेपी की गई। इसके बाद हर साल से दो साल में कोई न कोई कैंसर या ट्यूमर बनता रहा। 2014 में महिला का ट्यूमर के लिए आखिरी ऑपरेशन हुआ और पेट से ट्यूमर निकाल दिया गया।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।