अरुणाचल प्रदेश में अपनी पार्टी के साथी विधायकों की तर्ज पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता और मेबो निर्वाचन क्षेत्र से विधायक लोम्बो तायेंग सोमवार को भगवा पार्टी के नेतृत्व के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। इस ताजा घटनाक्रम के साथ ही सबसे पुरानी पार्टी में अब केवल एक विधायक, पूर्व मुख्यमंत्री नबाम तुकी हैं, जो राज्य कांग्रेस पार्टी के प्रमुख हैं।
पिछले साल कांग्रेस को लगा था झटका
कांग्रेस को पिछले साल 25 फरवरी को एक बड़ा झटका लगा था। जब आगामी आम चुनाव से पहले उसके चार में से दो विधायक- पूर्वी सियांग के पासीघाट पश्चिम से निनॉन्ग एरिंग और तिरप जिले के बोरदुरिया-बोगापानी विधानसभा सीट से वांगलिन लोवांगडोंग- भगवा पार्टी में शामिल हो गए थे।
अरुणाचल प्रदेश की भाजपा की यूनिट ने इस संबंध में जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, “कॉन्ग्रेस को झटका देते हुए मेबो संसदीय क्षेत्र से लोम्बो तायेंग ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी पर अपना विश्वास जताया है। उनके साथ चकत अबो जी भी पार्टी में जुड़ी हैं जो दुनिया की सबसे बड़ी राजनैतिक पार्टी से जुड़कर अपनी सेवा देना चाहती हैं। “
उनके साथ, एनपीपी के चार विधायकों में से दो, मुच्चू मिथि (रोइंग) और गोकर बसर (बसर) ने भी अपनी वफादारी भाजपा के प्रति स्थानांतरित कर दी थी। एक अन्य घटनाक्रम में खोंसा पश्चिम से निर्दलीय विधायक चकत अबो भी आज सत्तारूढ़ दल में शामिल हो गए।
उल्लेख किया जा सकता है कि 2019 के उपचुनाव में मारे गए एनपीपी विधायक तिरोंग अबो की पत्नी चकत अबोह, जिन्हें संदिग्ध एनएससीएन आतंकवादियों ने गोली मार दी थी, को सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस सहित पांच प्रमुख राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त था।
पिछले हफ्ते कांग्रेस के दो MLA ने ज्वाइन की थी बीजेपी
बता दें कि साल 2019 में 60 सदस्यीय विधानसभा सीट में कांग्रेस ने 4 सीटें जीती गईं थीं, लेकिन अब साल 2024 के चुनाव से पूर्व इनमें से 3 विधायक पार्टी का हाथ छोड़ चुके हैं। लोम्बो के पार्टी छोड़ने से पहले पिछले ही हफ्ते कांग्रेस के दो विधायक निनॉन्ग एरिंग और वांगलिन लोवांगडोंग भाजपा में शामिल हुए थे। उनके साथ एनपीपी के 2 विधायकों ने भी बीजेपी की सदस्यता ली थी। अब ऐसी खबर लोम्बो तायेंग को लेकर है जिनके साथ निर्दलीय विधायक भी बीजेपी में जुड़ी हैं।
अब भाजपा विधायकों की संख्या बढ़कर हुई 57
दोनों विधायकों ने भाजपा के नेतृत्व और मुख्यमंत्री पेमा खांडू के नेतृत्व में पूर्व विश्वास जताते हुए भाजपा में शामिल होने का काम किया। इनके पार्टी में आने से विधानसभा में भाजपा के विधायकों की संख्या बढ़कर 57 हो गई है।
वहीं एनपीपी के पास 2 विधायक हैं और कांग्रेस विधायक के अलावा 2 निर्दलीय विधायक जुड़ गए हैं। विधानसभा चुनाव से पहले यू भाजपा के पाले में दूसरी पार्टी के नेताओं का आना दिखाता है कि इस बार भी प्रदेश में बीजेपी की स्थिति मजबूत है।
Written By: Poline Barnard
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