Covid-19: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कोरोना महामारी के दौरान कहा था कि दूसरा लॉकडाउन लगाने के बजाय कुछ लोगों को मरने देना चाहिए। खबर है कि पीएम ऋषि सुनक के सबसे वरिष्ठ सलाहकार डोमिनिक कमिंग्स ने इस टिप्पणी को किए जाने का दावा किया है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की मानें तो पूर्व मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार पैट्रिक वालेंस ने अपनी डायरी में कमिंग्स के हवाले से कहा कि ऋषि सोचते हैं कि लोगों को मरने दो और यह ठीक है।
Covid-19: सुनक के एक प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री सुनक हर एक सवाल का अलग-अलग जवाब देने के बजाय वह अपना रुख तब स्पष्ट करेंगे जब वह जांच के लिए सबूत पेश करेंगे। मालूम हो कि जांच कोरोनो वायरस महामारी के प्रति सरकार की प्रतिक्रिया की जांच कर रही है जिसने अर्थव्यवस्था के बड़े हिस्से को बंद कर दिया और ब्रिटेन में 220,000 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
कोरोना ने दुनियाभर में बरपाया कहर
Covid-19: वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने बार-बार कहा है कि सरकार महामारी के लिए तैयार नहीं थी और ‘विषाक्त’ और ‘माचो’ संस्कृति ने स्वास्थ्य संकट की प्रतिक्रिया में बाधा उत्पन्न की। सुनक के लिए ख़तरा यह है कि जांच के सबूत जॉनसन के अराजक नेतृत्व में बदलाव के रूप में खुद को ढालने के उनके प्रयास को कमजोर करते हैं, भले ही वह उस सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्रियों में से एक थे।
कोरोना ने जनवरी 2019 के बाद से ही दुनियाभर में कहर बरपाया था। इस वैश्विक महामारी की वजह से दुनिया में करोड़ों मौतें हुई थीं और लंबे वक्त तक लोग लॉकडाउन के कारण अपने अपने घरों में कैद रहे। भारत में कोरोना का पहला 18 फरवरी 2020 को एक्सेस किया गया था। इसके बाद दिन प्रति दिन इसके आंकड़ों में इजाफा होता गया। भारत में कोरोना से करीब 47 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।
कोरोना से ब्रिटेन में 2 लाख से ज्यादा मौतें
Covid-19: वालेंस ने 4 मई 2020 को हुई मीटिंग का जिक्र किया। दरअसल ऋषि सुनक जिस समय ये बयान दिया था, उस समय वो चांसलर थे। सुनक के बारे में इस खुलासे को लेकर ब्रिटेन की सियासत में घमासान मच गया है। वहीं इस बीच पीएम सुनक के प्रवक्ता के कहा कि सबूत पेश करने के बाद ही प्रधानमंत्री इस पर कुछ बयान देंगे। कि ब्रिटेन में कोरोना से 2,20,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
Written By: Swati Singh
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