Khalistan: डोजियर में दावा किया गया है कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर ने जगतार सिंह तारा के साथ मिलकर पंजाब में आतंकी हमले की योजना बनाई और कनाडा में एक गिरोह बनाया, जिसमें मनदीप सिंह धालीवाल, सरबजीत सिंह, अनूपवीर सिंह और दर्शन सिंह उर्फ फौजी शामिल थे। डोजियर में कहा था कि 2014 में निज्जर ने हरियाणा के सिरसा में डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पर आतंकवादी हमले की कथित रूप से योजना बनाई थी, लेकिन वह भारत नहीं पहुंच सका।
कनाडा ने लगाया था भारत पर निज्जर की मौत का आरोप
Khalistan: कनाडा की तरफ से अभी तक इस बात के सबूत पेश नहीं किए गए हैं कि खालिस्तान टाइगर फोर्स के आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत शामिल रहा है। लेकिन फिर भी कनाडाई खुफिया बिरादरी ये बताने में जुटी हुई है कि निज्जर बेकसूर था। उनका कहना है कि निज्जर कनाडा के सर्रे में मौजूद गुरु नानक गुरुद्वारे का धार्मिक प्रमुख था। हालांकि, भारतीय खुफिया एजेंसियों के डोजियर में कुछ और ही मालूम चलता है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, डोजियर में भारतीय खुफिया एजेंसियों का दावा है कि निज्जर ने गुरुद्वारा प्रमुख बनने के लिए अपने ही चचेरे भाई रघबीर सिंह निज्जर को धमकाया था। रघबीर निज्जर पूर्व गुरुद्वारा प्रमुख था। निज्जर खालिस्तान कमांडो फोर्स आतंकी गुरदीप सिंह उर्फ दीपा हीरेनवाला का पुराना सहयोगी भी था। डोजियर में बताया गया है कि गुरदीप 1980 के आखिर में और 1990 की शुरुआत में पंजाब में 200 से ज्यादा लोगों की हत्या में शामिल था।
2012 में निज्जर गया था पाकिस्तान
Khalistan: भारतीय खुफिया एजेंसियों के डोजियर के मुताबिक, निज्जर ‘रवि शर्मा’ नाम से एक फर्जी पासपोर्ट के आधार पर 1996 में कनाडा भाग गया. यहां उसने ट्रक ड्राइवर और प्लंबर के तौर पर काम किया। वह इस दौरान पाकिस्तान में मौजूद KTF चीफ जगतार सिंह तारा के संपर्क में आया. फिर वह अप्रैल 2012 में पाकिस्तान गया। यहां तारा और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उसका ब्रेनवॉश किया। 2012 और 2013 में उसे आतंकी हमलों के लिए हथियारों की सप्लाई की गई थी।
Written By: Swati Singh
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