Russia Ukraine War Update: रूस-यूक्रेन युद्ध को चलते हुए काफी लंबा समय बीत चुका है। युद्ध का असर दोनो ही देशों की अर्थव्यवस्था पर पड़ने लगा है। ये अलग बात है कि यूक्रेन को रूस की अपेक्षा ज्यादा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। अभी तक युद्ध में दोनो देशों को लाखों- करोडों डॅालर का नुकसान हो चुका हैं और अब यूक्रेनी महिलाओं को युद्ध का दंश झेलने के लिए मजबूर होना पड़ा है। युद्धग्रस्त क्षेत्र से खबर आ रही है कि रूसी सैनिक अब यूक्रेनी महिलाओं को हबस का शिकार बना रही है। रूसी सैनिक जब चाहे तब यूक्रेनी महिलाओं से जानवरों जैसा व्यावहार कर रहे हैं।
Russia Ukraine War Update: अब रक्षा विशेषज्ञों की माने तो रूसी सेना यूक्रेनी महिलाओं और बच्चों की तस्करी कर देह व्यापार के लिए यूएई भेजी रही है। आपको बता दें रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरूवात फरवरी में हुई थी जब रूस ने यूक्रेन पर धावा बोल दिया था।
युद्ध की शुरुवात से ही यूक्रेन से लाखों लोग का पलायन शुरु हो गया था। लाखों लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबुर होना पड़ा था। उनको पड़ोसी देशों में शरण लेने पड़ी थी। ऐसे में शरणार्थियों की तस्करी की चिंता बढ़ गई है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक, पोलैंड में शरणार्थी कैंपों में अज्ञात लोगों के द्वारा निशाना बनाया जा रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलेंस्की की माने तो शरणार्थी कैंपों से पांच महिनों में लगभग दो लाख से ज्यादा बच्चों और महिलाओं को गायब किया जा चुका हैं।
वाशिंगटन इंस्टीट्यूट फॉर डिफेंस एंड सिक्योरिटी और न्यूयॉर्क सेंटर फॉर फॉरेन पॉलिसी अफेयर्स की एक नई रिपोर्ट से पता चला है कि लापता हुई महिलाओं और बच्चों की तस्करी कर संयुक्त अरब अमीरात में भेजी गई है और लगातार भेजी जा रही है।
Russia Ukraine War Update: माना जा रहा है कि कई रूसी नागरिक ने खाड़ी देशों में शरण ली हुई है। उन्होंने ऐसा इसलिए किया है जिससे वो अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से बच सकें खाड़ी देशों में शरण ले रहे हैं।
आप को बता दें कि यूएई में रूसी जानने वाले लोगों की जरूरत है और यूएई में मानव तस्करी का मामल कोई नया नहीं है। संयुक्त अरब अमीरात मानव तस्करी के लिए पहले से ही बदनाम हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत से ही महिलाओं और बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है।
यूएन ने पहली ही चेताया था
दोनों देशों के यूद्ध के कारण से पड़ोसी देशों में लोग शरणार्थी बनकर जाने लगे थे जिसके बाद विशेषज्ञ मानने लगे थे कि अब मानव तस्करी का खतरा और भी बढ़ेगा। उनका ये मानना बाद में सच भी साबित हुआ।
गौरतलब है कि पोलैंड में पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जो यूक्रेन से भागकर आई 19 साल की लड़की के साथ रेप करने का आरोपी था। वही इस देश में और भी कई ऐसे मामले सामने आए जिसमें, अज्ञात लोगों के द्वारा रहने के लिए घर और नौकरी दिलाने का वादा करके उनके साथ कई बार रेप किया गया। ऐसे ही घर और नौकरी दिलाने का वादा देकर अन्य देशों के लिए यूक्रेनी महिलाओं की तस्करी की जा रही है।
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के लिए सबसे पहली शांति वार्ता की शुरुआत फरवरी के अंतिम सप्ताह में हुई थी। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच पहली बातचीत बेलारूस की सीमा पर हुई थी। इस बातचीत में दोनों ही देश इसे आगे जारी रखने पर राजी हुए थे। मार्च के अंतिम दिनों में दोनों देशों का एक प्रतिनिधिमंडल तुर्की में मिला था जिसमें यूक्रेन की तरफ सीजफायर का एक प्रपोजल दिया गया था। उस वार्ता का ये परिणाम भी निकला था कि कुछ दिनों के लिए यूक्रेन के शहरों में सीजफायर भी कर दिया था। लेकिन ये सीजफायर लंबें समय तक नहीं चल सका था।
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