पूर्वांचल का माफिया और पूर्व विधायक Mukhtaar Ansari की मौत के बाद उसका शव सुपुर्द ऐ खाख हो गया हैं। मुख्तार अंसारी पूर्वांचल का बड़ा माफिया डॉन था। आपको बता दें कि 28 मार्च को जेल में मुख्तार अंसारी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी। अब सवाल उठता है कि क्या मुख़्तार अंसारी के जाने के बाद पूर्वांचल से माफियागिरी समाप्त हो जाएगी? और उसकी 15 हजार करोड़ की संपति का मालिक कौन होगा?
मुख्तार अंसारी की मौत के बाद बड़े सवाल?
1. पुलिस और ED के मुताबिक अंसारी परिवार के पास करीब 15 हजार करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति है।
2. साल पुरानी IS-191 गैंग को कौन चलाएगा।
3. क्या अब अंसारी परिवार में राजनीतिक और संपति की जंग छिड़ने वाली है।
4. क्या अब अतीक अहमद के जैसे मुख्तार अंसारी का साम्राज्य ढहने लगा है।
608 करोड़ की अवैध संपत्ति को यूपी पुलिस ने किया जब्त
यूपी में योगी सरकार आने के बाद 2020 से मुख्तार अंसारी गिरोह पुलिस के निशाने पर चढ़ गया था। राज्य सरकार ने गिरोह से संबंधित 608 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति को या तो जब्त कर लिया या ध्वस्त कर दिया था। इस अवधि में गिरोह के 215 करोड़ रुपये से ज्यादा के अवैध कारोबार, ठेकों या टेंडरों को भी पुलिस ने रोका था।
मुख्तार की गैंग में तीन दर्जन से भी ज्यादा शूटर शामिल थे। इस समय सिर्फ तीन फरार हैं। इसमें उसके दो रिश्तेदार हैं और एक अनुज कनौजिया है। बाकी या तो एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं या फिर जेल में हैं। फिलहाल मुख्तार गैंग को संभालने वाला कोई नहीं है। सरकार जिस तरह कार्रवाई कर रही है, उससे लगता भी नहीं है कि कोई गैंग चलाने वाला बचेगा।
लखनऊ के बराबर मिलती थी मऊ को बिजली
मुख्तार अंसारी जब मऊ से पहली बार चुनाव लडा था तो पोस्टर पर लिखा था शेर-ए-मऊ। इस सीट पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या ज्यादा होने की वजह से उसे जीतने में दिक्कत नहीं हुई। लोग उसे पसंद करते थे, वो बड़े-बड़े अधिकारियों से हनक से बात करता था, लोगों के काम करवाता था। उसने लोगों का काम करवाने के लिए तमंचा कल्चर की शुरुआत की थी। जब वो रास्ते से गुजरता था, तो DM भी सिर झुका लेते थे। 90 के दशक की शुरुआत में मऊ और गाजीपुर में बिजली बड़ी समस्या थी। मुख्तार अंसारी पावर में जैसे ही आया, तो दोनों जिलों की हैसियत राजधानी के बराबर बना दी थी। लखनऊ में जितने घंटे बिजली मिलती थी, उतने ही घंटे इन दोनों जिलों में आती थी।
मुख्तार फैमिली की क्राइम कुंडली
आपको बता दें कि मुख्तार अंसारी का एक बेटा अब्बास अंसारी जेल में बंद है। जिसको पिता की मौत के बाद भी बेल नही मिली है। जबकि, दूसरा बेटा उमर अंसारी जमानत पर जेल से बाहर है वहीं, पत्नी अफशां अंसारी फरार चल रही है। उसके ऊपर 75 हजार का इनाम भी घोषित है। वैसे भी अफशां के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हैं। मुख्तार अंसारी की बहू निकहत बानो भी जेल की हवा खा चुकी है। उसपर अपने पति अब्बास अंसारी को जेल से भगाने की कोशिश का आरोप है।
Written By- Vineet Attri.
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