राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: 22 जनवरी को अगर वो नहीं आ रहे तो ये उनका नुकसान बोली भाजपा सासंद हेमा मालिनी

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: 22 जनवरी का दिन जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे I.N.D.I. गठबंधन दल के नेताओं में बैचेनी बढ़ रही है। अखिलेश यादव से लेकर ममता बनर्जी तक, राहुल गांधी से लेकर लालू प्रसाद यादव तक जितने भी नेता है उनको समझ ही नहीं आ रहा कि वो कैसे प्रतिक्रिया दें एक तरफ वो मुस्लिम वोटों को साधना चाहते है और दूसरी तरफ हिंदू वोट वैंक को भी नहीं खोना चाहते।लेकिन, राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में न आने वाले नेताओं की फैहरिस्त लगातार बढ़ती जा रही है।
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: राहुल गांधी  ने कांग्रेस के नेताओं का प्राण प्रतिष्ठा में आने का ठीकरा भाजपा और आरएसएस पर फोड़ा है। उन्होंने आयोजन को भाजपा का कार्यक्रम बता दिया। इस बीच लालू यादव ने भी 22 जनवरी को होने वाले आयोजन से दूरी बना ली है। इस पर भाजपा सांसंद हेमा मालिनी ने नसाहत देते हुए कहा, “22 जनवरी को अगर वो नहीं आ रहे तो ये उनका नुकसान…”

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा:इस पर विपक्ष राजनीति ना करें

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा, “विपक्ष का काम बोलना ही है लेकिन उन्हें ये भी नहीं मालूम कि वे राम के खिलाफ बोलने के लिए तैयार हो गए हैं, भारतीय होने के नाते हमें इस पर गर्व होना चाहिए, इस पर राजनीति ना करें। अगर वे नहीं आ रहे हैं ते ये उनका नुकसान है हमारा नहीं।”

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी: भाजपा ने इस आयोजन को दिया चुनावी फ्लेवर इसलिए…

राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: इससे पहले नागालैंड के कोहिमा में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा, “22 जनवरी का जो कार्यक्रम है वो राजनीतिक कार्यक्रम बन गया है…भाजपा और RSS ने 22 तारीख को एक चुनावी फ्लेवर दे दिया है और इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष ने वहां जाने से इंकार कर दिया…”

By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।