Aligarh News: शासन द्वारा टप्पल को नगर पंचायत का दर्जा समाप्त करने के फैसले के विरोध में लोगों का विरोध अंदरखाने बढ़ता जा रहा है। इसे लेकर एक तरफ लोग फिर से टप्पल में आंदोलन खड़ा करने की भूमिका बनाने में जुटे हुए हैं तो दूसरी ओर फैसले के विरोध में लोगों ने अपना विरोध जताना शुरू कर दिया है। शासन के फैसले के विरोध में आज(29 नवंबर 2022) दोपहर को टप्पल के पूर्व प्रधान प्रवीन पांचाल के नेतृत्व में लोग डीएम से मुलाकात करेंगे और मुख्यमंत्री के नाम अपना ज्ञापन सौंपेंगे।
शासन द्वारा अलीगढ़ जिले की टप्पल नगर पंचायत को रद्द करने के विरोध के स्वर योगी सरकार में राज्य मंत्री अनूप प्रधान तक पहुंचने के बाद उन्होंने टप्पल मामले में एक प्रतिनिधिमंडल को सीए योगी से मुलाकात कराने की बात कही है। टप्पल नगर पंचायत को रद्द करने के फैसले को लेकर टप्पल के पूर्व प्रधान प्रवीन पांचाल कहते हैं कि यह फैसला लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है, जिसमें हम अपने क्षेत्र के विकास के लिए विधायक, सांसद तो चुन सकते हैं, लेकिन अपने गांव के विकास के लिए कोई जनप्रतिनिधि नहीं।
योगी सरकार ने रची लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश
Aligarh News: पूर्व प्रधान ने आगे कहा कि योगी सरकार लोकतांत्रित व्यवस्था को खत्म करने की साजिश रच रही है, लेकिन ऐसा हम होने नहीं देंगे चाहे इसके लिए हमें कोर्ट की शरण में जाना पड़े या फिर आंदोलन खड़ा करने लिए रोड पर आना पड़े। लोगों का मानना है कि शासन द्वारा नगर पंचायत का दर्जा समाप्त किए जाने और यहां विकास कार्य कराने के लिए यमुना प्राधिकरण को दिए जाने से छोटे इन्वेस्टर यहां नहीं आएंगे जिसके कारण छोटे किसान अपनी जमीन सस्ते रेट में बेचने के लिए मजबूर होंगे।
वर्तमान समय की बात करें तो टप्पल शहरी क्षेत्र में सरकार ने 11 सौ रुपए वर्ग मीटर का मुआवजा घोषित किया हुआ है, जबकि टप्पल में जमीन 4 हजार रुपए वर्ग मीटर की से भी अधिक कीमतों जमीन खरीदी व बेची जा रही है। वहीं शासन के फैसले से नित नई कॉलोनी बसा रहे बिल्डरों को तगड़ा झटका लगा है। साथ ही ऐसे लोगों को बुल्डोजर चलने का डर भी सता रहा है जिन लोगों ने यमुना विकास प्राधिकरण के नियमों की अनदेखी की है।
सोशल मीडिया दे रहा टप्पल आंदोलन को नई हवा
Aligarh News: शासन द्वारा टप्पल से नगर पंचायत का दर्जा वापस लिए जाने के बाद से सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा सरकार के खिलाफ साफ देखा जा रहा है। यहां तक कि पूर्व प्रधान प्रवीन पांचाल के सोशल मीडिया के माध्यम से विरोध में बुलाई गई पंचायत के पुलिस प्रशासन इतना सतर्क हो गया कि पुलिस ने रविवार को पूर्व प्रधान प्रवीन पांचाल और घर में ही नजरबंद कर लिया और कार्यक्रम स्थल पर ताला लगाते हुए वहां पुलिस तैनात कर दिया। साथ ही विरोध के हवा देने वालों पर नजर रखी जा रही है। वहीं शासन के फैसले के बाद टप्पल सहित सभी पांच गांव में सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है और यहां गंदगी के ढेर लग गए हैं। अब इस लेकर लोगों में खासी नाराजगी है।
सरकार के फैसले से विकास की रफ्तार प्रभावित होगी, सैकड़ों लोगों की रोजी रोटी जाएगी। सरकार को जनता के हित में टप्पल को नगर पंचायत का दर्जा वापस देना चाहिए, जिससे कि यहां चहुंमुखी विकास हो सके और यहां के लोग अपना जनप्रतिनिधि चुन सकें। हमें सीएम योगी पर पूरा भरोसा है- हरिशंकर गौड, भाजपा नेता टप्पल
यूपी सरकार ने टप्पल के नगर पंचायत के दर्ज का समाप्त करके लोकतांत्रिक व्यवस्था को खत्म करने की शुरूआत कर दी है। हम इस फैसले के खिलाफ कोर्ट में भी जाएंगे और अगर सरकार ने हमारी बात नहीं सुनी तो हम सड़क पर आने और पूर्व की तरह आंदोलन के लिए मजबूर होंगे- प्रवीन पांचाल, पूर्व प्रधान टप्पल
शासन के फैसले से मुझे बहुत दुख हुआ है, नगर पंचायत बनने से हमें बहुत सी सुविधाएं मिलने जा रहीं थीं, जिससे हम वंचित हो जाएंगे। हम सरकार से टप्पल को फिर से नगर पंचायत बहाल की मांग करते हैं। नहीं तो हम आंदोलन करने पर मजबूर होंगे- डॉ. आमीन खां
नगर पंचायत रद्द होने के बाद से कस्बा टप्पल में सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए हैं। इससे कस्बे में विकास की रफ्तार रुक जाएगी। सरकार को अपने फैसले पर फिर से विचार करना चाहिए नहीं तो सरकार को जनता के विरोध का सामना करना पड़ सकता है- दिनेश शर्मा, टप्पल
टप्पल नगर पंचायत रद्द करने का फैसला शासन का है, जिसे समझना चाहिए। फिर भी किसी को विरोध करना है तो वह संवैधानिक तरीके से विरोध दर्ज करा सकता है। किसी भी कीमत पर माहौल नहीं बिगड़ने दिया जाएगा। पुलिस प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है- अनिल कटियार, एसडीएम खैर
शासन द्वारा टप्पल नगर पंचायत को रद्द करने के फैसले को लेकर मैंने मुख्य सचिव से वार्ता की है। सीएम योगी फिलहाल गुजरात दौरे पर हैं जल्द ही टप्पल के प्रमुख लोगों को लेकर सीएम साहब से मुलाकात करूंगा- अनूप प्रधान, राज्य मंत्री
आपको बता दें कि 2021 में टप्पल को दिए नगर पंचायत के दर्जे को योगी सरकार ने वापस ले लिया है। इससे टप्पल के लोगों के साथ उन लोगों को अधिक झटका लगा है जो पिछले करीब एक वर्ष से नगर पंचायत चुनावों की तैयारियों में दिन रात जुटे हुए थे। सरकार के फैसले के मुताबिक टप्पल में विकास कार्य यमुना प्राधिकरण की ओर से किए जाएंगे। यहां तक कि पिछले वर्ष यहां पंचायत चुनाव भी नहीं हुए थे।
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