AMU: मंदिर बनाने के लिए जाट महासभा देगी 21 लाख रूपये, नहीं बनाया तो करेगी उग्र आंदोलन

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AMU: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के परिसर में मस्जिद तो है, लेकिन मंदिर नहीं है। जिसकी मांग जाट महासभा ने तेज कर दी है। महासभा के लोगों ने कहा कि विश्वविद्यालय के अंदर मुस्लिमों के नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद है। जिसमें हर शुक्रवार को जुम्मे की नमाज पढ़ी जाती है। लेकिन, परिसर में हिंदु छात्रों की आस्था के अनुरूप मंदिर नहीं है। इसलिए हिंदुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए यहां पर मंदिर का निर्माण भी कराया जाना चाहिए। जाट महासभा ने परिसर के अंदर श्रीराम का मंदिर बनाने की बात कही है।

मंदिर नहीं बना तो करेंगे उग्र आंदोलन

युवा जाट महासभा के अध्यक्ष आदेश चौधरी ने कहा, कि यूनिवर्सिटी परिसर में दर्जनों की संख्या में मस्जिदें हैं। हर हॉस्टल के अंदर मस्जिद बनी हुई है, जहां पर मुस्लिम छात्र अपनी नमाज पढ़ते हैं। लेकिन हिंदुओं की आस्था की अनदेखी की जा रही है और उनके लिए एक भी मंदिर नहीं है।

AMU: इसके साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय को 21 लाख रुपए देने की बात भी कही है। जाट महासभा ने एएमयू प्रशासन के सामने मंदिर बनाने की मांग रखी है। अगर यूनिवर्सिटी ने उनकी मांगों को नहीं माना तो जाट महासभा उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएगी और इसकी सारी जिम्मेदारी एएमयू प्रशासन और यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर की होगी। इसलिए एएमयू इंतजामिया इस मामले में जल्द से जल्द फैसला ले और मंदिर निर्माण शुरू करे।

आपको बता दें, कि एएमयू के पूर्व छात्र और जाट महासभा के युवा विंग के अध्यक्ष आदेश चौधरी ने बताया कि उन्होंने एएमयू परिसर में मंदिर बनाने के लिए यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर प्रो. तारीक मंसूर को पत्र लिखा है। जिसमें एएमयू कैंपस में श्रीराम का मंदिर बनाने की मांग की गई है।

AMU: ऐसा इसलिए क्योंकि यूनिवर्सिटी में मुस्लिम छात्रों के नमाज पढ़ने के कई मस्जिदें हैं। जबकि यूनिवर्सिटी में 4000 हिंदु छात्र-छात्राएं भी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। उनके लिए कोई मंदिर नहीं है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी मंदिर बनवाए, अगर उनके पास बजट नहीं है तो महासभा चंदा करके 21 लाख रुपए उन्हें देगी।

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By Susheel Chaudhary

मेरे शब्द ही मेरा हथियार है, मुझे मेरे वतन से बेहद प्यार है, अपनी ज़िद पर आ जाऊं तो, देश की तरफ बढ़ते नापाक कदम तो क्या, आंधियों का रुख भी मोड़ सकता हूं ।