Mainpuri Byelection: मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट मैनपुरी उपचुनाव में सियासत तेज हो गई। सपा का गढ़ रहा मैनपुरी कहीं अखिलेश यादव के हाथों से खिसकने वाला तो नहीं है। भाजपा के लिए ये एक आम सीट पर चुनाव हो सकता है, लेकिन सपा के लिए इस सीट को जीतना प्रतिष्ठा वाली बात हो गई है। यही कारण है, कि अखिलेश यादव ने किसी और पर भरोसा न दिखाते हुए खुद अपनी पत्नी डिंपल यादव को लेकर चुनावी मैदान में मैनपुरी पहुंचे हैं।
लेकिन इसी बीच मुलायम सिंह यादव की दूसरी अपर्णा यादव ने यूपी के भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी से मुलाकात सिर्फ अखिलेश की ही नहीं बल्कि पूरी सपा पार्टी की सांसे चढ़ा दी हैं। हालांकि अभी ये तय नहीं हुआ है, कि भाजपा मैनपुरी के सियासी मैदान में किस उम्मीदवार को लाने वाली है। लेकिन लगातार चलते इन मुलाकातों के दौर ने सपा का सासों को थामे हुआ है। सूत्रों की मानें तो आज (शनिवार) को यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर होने वाली बैठक में ये साफ हो जायेगा कि सपा छक्के कौन सा उम्मीदवार छुड़ाने में माहिर होगा।
Mainpuri Byelection: आपको बता दें, कि भाजपा के मैनपुरी उपचुनाव सामान्य चुनाव हो सकता है, लेकिन सपा का जीतना अपने किला फतह करने जैसा है। क्योंकि मैनपुरी को सपा का घर माना जाता है। अधिकांश मैनपुरी सपा को ही विजय प्राप्त हुई है। नेता जी के निधन के बाद मैनपुरी से जीत हासिल कौन करेगा ये कह पाना बेहद मुश्किल होगा, लेकिन सियासत के इस मैदान में मुकाबला बेहद रोमांचक होगा।
आपको ये भी बता दें, कि गुरुवार देर शाम नेताजी की छोटी बहू अपर्णा यादव की यूपी भाजपा के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से हुई मुलाकात बेसक सामान्य मुलाकात हो सकती है। लेकिन इस मुलाकात ने सपा उथल-पुथल मचा दी है। हालांकि भूपेंद्र चौधरी से मुलाकात को लेकर अपर्णा यादव ने पहली प्रतिक्रिया देते हुए इस मुलाकात को एक शिष्टाचार भेंट बताया है। लेकिन यूपी की जनता इस भेंट को मैनपुरी उपचुनाव से लेकर जोड़ रहे हैं।
Mainpuri Byelection: सूत्रों की मानें, तो भाजपा में अपर्णा यादव का नाम उम्मीदवारों के सूची से बाहर है। जिन तीन नामों पर चर्चा चल रही है, उनमें सबसे ऊपर प्रेम सिंह शाक्य का नाम है, जो पिछली बार इस सीट पर चुनाव लड़े थे। प्रेम सिंह शाक्य के बाद दूसरे नंबर पर रघुराज सिंह शाक्य का नाम चल रहा है। जबकि तीसरे नंबर पर ममतेश शाक्य का नाम है।