Up Police: योगी की पुलिस यानी उत्तर प्रदेश पुलिस इन दिनों बेलगाम होती दिख रही है। कहीं ड्यूटी पर तैनाती के बावजूद यूपी पुलिस डांस करती वायरल होती है, तो कहीं ड्यूटी के दौरान राजनितिक लोगों के यहां दावत उड़ाती पाई जाती है और अब यहां दरोगा ही लड़की को लेकर फरार हो गया। डीसीपी ने एसपी को लिखी चिट्ठी के बाद दरोगा जी के खिलाफ लखनऊ में मुकदमा भी दायर हो गया है।
इस कारनामे से न सिर्फ एक दरोगा बल्कि पूरी यूपी पुलिस बदनाम हो रही है। लखीमपुर खीरी की जिला पुलिस के इस कारनामे की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है। जबकि अभी तक पुलिस दरोगा जी को ढूंढने में नाकाम है। आपको ज्ञात हो, कि यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी अपने रवैये को लेकर सख्त माने जाते हैं। लेकिन जब उनकी ही पुलिस इस तरह के मामलों को अंजाम दे तो उनके सुशासन पर प्रश्न चिन्ह लगना लाजिमी हो जाता है।
क्या है पूरा मामला?
मामला उत्तर प्रदेश के जिला लखीमपुर खीरी में तैनात सब इंस्पेक्टर जगेन्द्र सिंह से जुड़ा हुआ है। दरोगा जगेन्द्र सिंह पर उन्नाव की एक लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप लड़की के पिता ने लगाया है। इस आरोप के बाद दरोगा और लड़की का पता नहीं लग रहा है। लखनऊ के कृष्णानगर के बरिगवां में किराये पर रहने वाली लड़की के पिता ने रिपोर्ट में लिखाया है, कि बेटी पढ़ने के लिए लखनऊ में रहती थी।
Up Police: 12 दिसंबर को लखनऊ जाने के बाद से उसका कोई पता नहीं चल रहा है। सहेलियों ने दरोगा के साथ जाने की सूचना दी है। इस मामले को सामने आने के बाद से दरोगा और लड़की का कुछ पता नहीं चल रहा है। लड़की जब घर नहीं लौटी तो पिता ने लखनऊ के कृष्णानगर कोतवाली में दरोगा के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
डीसीपी ने दरोगा को सस्पेंड करने की संस्तुति करते हुए एसपी लखीमपुर खीरी को एक चिट्ठी भेजी है। यह मामला सुर्खियों में आने के बाद दरोगा और लड़की की तलाश भी तेज कर दी गई है। न्यूज18 हिंदी के सूत्रों के मुताबिक दरोगा की लोकेशन मेहंदीपुर बालाजी में मिली। पुलिस की टीम वहां रवाना हो गई है।
लड़की के पिता के मुताबिक 9 दिसम्बर 2022 को वह घर आई थी। 12 दिसंबर को वह फिर लखनऊ चली गई थी। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चल रहा है। लखनऊ में लड़की की सहेलियों से पता चला कि दरोगा जागेन्द्र सिंह उसे अपने साथ कहीं ले गया है।
Up Police: दरोगा जगेन्द्र सिंह पुलिस लाइन में तैनात था, जहां से 6 दिसंबर 2022 से गायब है। इससे पहले वह पलिया थाने में तैनात था, जहां से लाइन हाजिर हुआ था। पूर्व में उन्नाव जिले में तैनाती के दौरान भी एक महिला से बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद से दरोगा को रसिया दरोगा कहकर भी बुलाते थे।