Assam: सीएम हिमंता ने निकाह को लेकर कही अहम बात- “मुस्लिम कर सकते है 4 शादी लेकिन लड़िकयां क्यों नहीं जा सकती स्कूल”

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Assam: असम के सीएम हिमंता विस्वा सरमा अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। सीएम सरमा ने गुरूवार 8 दिसंबर को मोरी गाँव में लोगों को संबोधीत करते हुए कहा कि “इस्लाम धर्म में निकाह की व्यवस्था पर बयान हुए कहा कि वो निकाह वाली व्यवस्था के खिलाफ है जहां मुस्लिम लड़कियां स्कूल में नहीं पढ़ सकती हैं और मुस्लिम पुरुष 4 महिलाओं से शादी कर सकते है और वो इसको जायज भी बताते हैं।

Assam: उन्होंने आगे ये भी कहा कि इस्लाम में 4 निकाह करने वाली व्यवस्था को बदलने जरूरत हैं। सरमा ने ये भी कहा कि हम ‘सबका साथ सबका विकास’ चाहते है और हम नहीं चाहते कि पोमुवा (बांग्लादेश के बांग्ला भाषी मुसलमान) मुस्लिम छात्र मदरसों में पढ़कर जुनाब, इमाम बनें। हम चाहते हैं कि वे स्कूलों और कॉलेजों में पढ़ें।

गौरतलब है कि असम सीएम का मुस्लिम पुरूषों के 4 निकाह वाले बयान को लोकसभ सांसद एवं  एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल के बयान का पलटवार माना जा रहा है।

Assam: आपको बता दें कि सरमा ने कहा कि “AIUDF प्रमुख की कथित सलाह के अनुसार महिलाएं 20-25 बच्चे पैदा कर सकती हैं लेकिन उनके भविष्य में भोजन, कपड़े और शिक्षा पर होने वाला सारा खर्च को विपक्ष सांसद बदरुद्दीन को वहन करना होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय कानून के तहत, “आजाद भारत में रहने वाले पुरुष को तीन-चार स्त्रियों से (बिना पूर्व पति को तलाक दिए) विवाह करने का कोई अधिकार नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि हम ऐसी व्यवस्था को बदलना चाहते हैं। हमें मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए काम करना होगा।”

Assam: सरमा ने बदरूद्दीन  पर जोरदार हमला करते हुए कहा कि “हम ‘सबका साथ सबका विकास’ चाहते हैं। अगर असमिया हिंदू परिवारों से डॉक्टर हैं तो फिर मुस्लिम परिवारों से भी डॉक्टर होने चाहिए। कई विधायक ऐसी सलाह इसलिए नहीं देते क्योंकि उन्हें ‘पोमुवा’ मुसलमानों के वोट चाहिए।”

Assam: आपको बता दें कि असम के करीमगंज में AIUDF अध्यक्ष मौलाना बदरुद्दीन अजमल ने जनसंख्या वृद्धि पर विवादित बयान देकर एक बार फिर जनसंख्या वृद्धि के मामले को बहस का मुद्दा बना दिया है।  वो(हिंदु) 40 साल से पहले 2-3 गैरकानूनी तरीके से बीवियां रखते हैं। 40 साल के बाद बच्चा पैदा करने की क्षमता कहां रहती है…उनको मुसलमानों के फॉर्मूले को अपनाकर अपने बच्चों की 18-20 साल की उम्र में शादी करा देनी चाहिए। फिर देखिए आपके घर में कितने बच्चे पैदा होते हैं।

By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।