JNU Clash: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं ने रविवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छत्रपति शिवाजी महाराज की तस्वीर फाड़ने का आरोप लगाया। ABVP कार्यकर्ताओं ने लेफ्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं पर छत्रपति शिवाजी महाराज का ‘अपमान’ करने का भी गंभीर आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया।
ABVP सचिव उमेश चंद्र अजमेरा: छत्रपति शिवाजी की तस्वीर को बाहर फेंक दिया और माला कूड़ेदान में…
JNU Clash: वहीं JNU ABVP सचिव उमेश चंद्र अजमेरा ने कहा कि “छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उनकी तस्वीर लगाई गई थी।JNU के कम्युनिस्ट ये सह नहीं पाए और छत्रपति शिवाजी की तस्वीर को बाहर फेंक दिया और माला कूड़ेदान में डाल दिया।”
उन्होंने आगे वामपंथी छात्रों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि “लेकिन जेएनयू के ‘कम्युनिस्ट’ इसे पचा नहीं पाए। ‘100 फ्लावर्स ग्रुप’ और एसएफआई के लोग आए और शिवाजी महाराज के चित्र को तोड़ दिया।”
JNU Clash: हम (वामपंथी) केवल मार्क्सवादी और लेनिनवादी विचारधारा
JNU Clash: अजमेरा ने ये भी कहा कि “इस घटना में शामिल लोगों में से कुछ बाहरी भी थे और बिना अनुमति के कॉलेज परिसर में प्रवेश कर गए थे। उन्होंने कहा कि जब हंगामा कर रहे आरोपियों को हमने रुकने के लिए कहा, तो उन्होंने कहा कि हम ऐसा करेंगे, हम उन पर (छत्रपति शिवाजी महाराज) विश्वास नहीं करते हैं, हम केवल मार्क्सवादी और लेनिनवादी विचारधारा में विश्वास करते हैं।”
दिल्ली:JNU में शिवाजी महाराज के तस्वीर को कथित रूप से फेंकने का ABVP ने विरोध किया।
JNU ABVP सचिव ने कहा,"छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर उनकी तस्वीर लगाई गई थी।JNU के कम्युनिस्ट ये सह नहीं पाए और छत्रपति शिवाजी की तस्वीर को बाहर फेंक दिया और माला कूड़ेदान में डाल दिया।"(19.2) pic.twitter.com/6XlhQyd0Uq
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 19, 2023
JNU Clash: ABVP ने JNU प्रशासन से की कार्रवाई की मांग
JNU Clash: अजमेरा ने कहा कि “न तो वे अपना आईडी कार्ड दिखा पाए। ABVP सचिव ने JNU प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने और यूनिवर्सिटी का माहौल खराब करने से रोकने का आग्रह किया।”
अजमेरा ने कहा की “हम जेएनयू प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अनुरोध करते हैं। हम प्रशासन से भी अवैध छात्रों को परिसर में प्रवेश करने और उपद्रव करने से रोकने का आग्रह करते हैं। इन लोगों को विश्वविद्यालय का नाम खराब करने से रोका जाना चाहिए।”
रविवार की है घटना
आपको बता दें कि रविवार (19 फरवरी) को छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के मौके पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और लेफ्ट विंग यानि वापमंथी कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। और ये भिड़ंत इतनी भंयंकर थी कि दोनों छात्र गुटों मे नौबत मार-पिटाई तक आ गई। आपस, में लात-घूसे इतने चले कि मौके पर भारी पुलिसबल को तैनात होना पड़ा। इस भिड़ंत में दोनों गुटों की तरफ से कई घात्र गंभीर रूप से घायल हो गए।
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