Shraddha Hatyakand: पिता ने लव जिहाद की आशंका जतायी, आफताब ने बड़ी बेरहमी से किया था श्रद्धा का कत्ल

Shraddha Hatyakand

Shraddha Hatyakand: श्रद्धा के पिता विकास वॉकर ने लव जिहाद की आशंका जतायी है और इसके साथ ही आफताब को फांसी की मांग करते हुए कहा कि श्रद्धा के कातिल को जल्द से जल्द फांसी दी जानी चाहिए।

आरोपी आफताब पूनावाला को महरौली थाने से ले जाया गया उसको जंगल में उस जगह पर ले जाया जा गया  जहां पर उसने कथित तौर पर श्रद्धा के शरीर के अंगों को ठिकाने लगाया था।

Shraddha Hatyakand: पहले प्यार के जाल में फ़साना फिर धोखा देकर शादी करना और फिर शादी हो जाये तो धर्मांतरण करवा देना, ये कोई नयी बाते नहीं है। हिन्दू लड़कियों को अपने झठे प्रेमजाल में फसा कर धोखे से शादी करने वाले जिहादी इसकी आड़ में देश में धर्म परिवर्तन कराने का काम बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। लेकिन, कई बार हिन्दू लड़किया इन जिहादियों की साजिश का शिकार भी बन जाती है।

कई बार बात उनकी जान पर भी बन आती है… लेकिन, ये जिहाद का एक अलग ही रूप है। जिसे, हिंदू बेटियों को समझने की जरूरत है जिससे वो झूठे प्रेमजाल में न फंसे। अब उन्हें इस जिहादी गैंग की असलियत से वाकिफ होना होगा, सावधान रहना होगा ताकि वो खुद किसी भूल में अपनी जिंदगी को नर्क न बनने दें।

ऐसी ही एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है दिल्ली के महरौली इलाके के छतरपुर से आयी है। ऐसी खबर सुनकर  आपकी यकीनन रूह भी कांप जाएगी।

Shraddha Hatyakand: आफताब नाम का मुस्लिम लड़का एक हिन्दू लड़की श्रद्धा को अपने प्यार में फसाता है और जब श्रद्धा उसकी साजिश का शिकार बन गयी और शादी के लिए कहने लगी तो आफ़ताब को इतना गुसा आया की उसने उसकी जान ही ले ली और न सिर्फ उसे मारा बल्कि उसके शरीर के कर दिए 35 टुकड़े …

आफताब ने श्रद्धा की हत्या करने का इरादा कैसे बना लिया था ? आखिर वो क्या वजह थी की आफताब के सिर खून सवार हो गया और उसने हैवानियत दिखाते हुए श्रद्धा के चापर से  टुकड़े टुकड़े कर दिया…

मामला दरअसल ये है की  आफ़ताब और श्रद्धा एक दूसरे को तकरीबन 2 सालों से जानते थे। दोनों की मुलाकात मुंबई में हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार होने लगा और फिर दोनों लिव इन रिलेश्नशिप में रहने लगे। 27 साल की श्रद्धा वाकर मुंबई के मलाड इलाके में स्थित मल्टीनेशनल कंपनी के काल सेंटर में काम करती थीं। आफताब भी यहीं पर काम करता था।

श्रद्धा के परिवारवालों का कहना है कि श्रद्धा और आफताब एक दूसरे से बहुत ज्यादा प्यार करते थे और वो इस बात से बेहद हैरान है कि आफताब ने ही श्रद्धा की हत्या कैसे कर दी?

Shraddha Hatyakand: बताया ये भी जा रहा है कि श्रद्धा आफताब पर शादी करने का दबाव बना रही थी।  जिसके, बाद आरोपी युवक आफताब ने अपनी प्रेमिका की हत्या की पूरी साजिश रच डाली, और उसको मारने के लिए धोखे से दिल्ली लेकर आया।

जिसके बाद उसने साजिश के तहत हत्या को अंजाम दिया और उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए उसके कई टुकड़े किए और दिल्ली के कई इलाकों  उन टुकड़ों को फेंक दिया।

वो इतना शातिर था कि उसको लगता था कि क्योंकि उसे लगा कि इससे पुलिस कभी भी उस तक नहीं पहुंच सकेगी, और उसके खिलाफ कोई भी सबूत नहीं जुटा पाएगी। तो क्या शादी का दबाव पर कोई क्या इस घिनौने तरीके तरह से जान ले सकता है ? क्या श्रद्धा का आफताब को शादी के लिए कहना इतना गलत हो गया की उसने उसके टुकड़े टुकड़े कर दिए?

दोनों के घरवालों को जब इनके रिश्ते के बारे में पता चला तो श्रद्धा का परिवार इसके लिए तैयार नहीं था। जिसकी एक सबसे बड़ी वजह थी कि आफताब मुस्लिम लड़का था और श्रद्धा हिंदू। लेकिन, दोनों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। दोनों ने अपने घरवालों की सुनने को तैयार नहीं थे, लिहाजा दोनों ने मुंबई छोड़ने का फैसला किया।

कुछ दिन दोनों हरिद्वार, हिमाचल से लेकर कई जगहों पर घूमते रहे… आखिरकार दिल्ली के महरौली इलाके में आकर बस गए और इसके बाद शुरू हुआ असली ड्रामा। दोनों की छोटी-छोटी बातों पर अक्सर लड़ाई होती रहती थी।

Shraddha Hatyakand: इस बात से गुस्साए आफताब ने उसे मारने की प्लानिंग तक ही बना डाली। मौका पाकर उसने श्रद्धा का गला दबा दिया। उसने श्रद्धा को मार तो दिया लेकिन, इस बात का उसे कहीं न कहीं डर था की किसी तरह उसकी बॉडी को वहां से हटा दे… लेकिन, वो ये करता कैसे?

उसने बताया की उसके पास कोई गाड़ी नहीं थी और दूसरी वजह की लाश को उठा कर गाड़ी में रखता कैसे? तो उसके दिमाग में एक तरकीब आई की क्यों न बाडी के टुकड़े कर दिए जाए… धीरे- धीरे करके टुकड़ों को फेंक देगा और किसी को उस पर शक भी नहीं  होगा।

Shraddha Hatyakand: आफताब ने श्रद्धा के हाथों के तीन टुकड़े किए। इसके बाद पैर के भी तीन टुकड़े कर दिए। इसके बाद रोज वह बैग में रखकर इन्हें फेंकने के लिए ले जाता। हत्या के बाद 300 लीटर का फ्रिज खरीदा, ताकि टुकड़े उसमें रख सके। अगरबत्ती जलाता था, ताकि बदबू को दबाया जा सके। वो करीब डेढ़ महीनों तक लाश के टुकडे़ करता रहा और उसे ठिकाने लगाता रहा।

Shraddha Hatyakand: परिवार वाले लंबे समय से श्रद्धा के साबांध स्थापित नहीं कर पा रहे थे। 8 नवंबर को श्रद्धा के पिता विकास मदान दिल्ली आए। लेकिन, जब वो फ्लैट पर पहुंचे तो वहां ताला लगा हुआ था। पांच महीने तक श्रद्धा की कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्होंने महरौली पुलिस में अपहरण का केस  दर्ज करवाया। श्रद्धा के पिता की शिकायत के बाद पुलिस ने शनिवार, 12 नवंबर को आफताब को हिरासत में ले लिया।

हालाँकि ये कोई पहला मामला नहीं है जब कोई लड़की लव जिहाद की भेंट चढ़ी हो, और उसे बरहमी से मौत के घाट उतार दिया हो, इससे पहले आपको झारखंड के दुमका की अंकिता याद होगी। कैसे बेरहमी से उसपर शाहरुख़ नाम के लड़के ने पेट्रोल डाल कर जिन्दा जला दिया था?

साल 2020 में हरियाणा के बल्लभगढ़ में लव जिहाद के चलते हिंदू लड़की निकिता तोमर की मोहम्मद तौफीक ने गोली मार कर हत्या कर दी।इस घटना के बाद हर किसी के जेहन में एक बात जरूर आई होगी की आखिर कोई किसी से प्यार करता है तो उसे इतनी बेरहमी से कैसे मार सकता है ?

लेकिन, आफ़ताब जैसे जिहादी के लिए ये आम बात ही होगी… लेकिन, ये कैसी जिहादी मानसिकता है ? और ऐसी जिहादी मानसिकता कहां से आती है ? ये बड़ा सवाल है… क्या इस तरह की मानसिकता इन्हे शुरू से ही दे दी जाती है की जाओ हिन्दुओ की लड़कियों को ढूंढो उन्हें अपने झूठे प्यार में फंसाओ और फर उनसे शादी कर उनकी जिंदगी बर्बाद कर दो….

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By Atul Sharma

बेबाक लिखती है मेरी कलम, देशद्रोहियों की लेती है अच्छे से खबर, मेरी कलम ही मेरी पहचान है।