Delhi Riots 2020: दिल्ली में 2020 में हुए हिंदू विरोधी दंगे में मुख्य आरोपी पूर्व AAP पार्षद ताहिर हुसैन के खिलाफ कड़कड़डूमा कोर्ट ने तय किए आरोपों के मुताबिक, ताहिर हुसैन ने दंगे फैलाने के लिए पैसे जुटाए थे। ये पैसे भी गलत तरीके से जुटाए गए थे। हालांकि अभी तक ताहिर हुसैन ने अपना गुनाह कबूल नहीं किया है। कोर्ट ने ये आरोप 11 जनवरी 2023 यानी बुधवार को तय किए हैं।
कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई 10 फरवरी को है। साल 2020 फरवरी में नार्थ–ईस्ट दिल्ली में दंगे भड़के थे, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी। ताहिर हुसैन पर फसाद भड़काने और उसकी फंडिंग के इल्ज़ाम के साथ ही कई और इल्ज़ाम लगे हैं। साल 2020 में जब दिल्ली में दंगे हुए थे तो उस समय ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी के पार्षद थे, लेकिन इल्ज़ाम साबित होने पर पार्टी ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया था।
Delhi Riots 2020: ऑपइंडिया हिंदी की खबर के मुताबिक, ताहिर हुसैन पर दर्ज मनी लॉन्ड्रिंग केस के मामले में आज बुधवार को कड़कड़डूमा कोर्ट में सुनवाई थी। 3 दिन पहले 8 जनवरी को ताहिर हुसैन ने एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज के लिए पैरोल माँगा था। कोर्ट में ताहिर ने खुद को बीमार बताया था। ताहिर की इस याचिका पर न्यायाधीश अमिताभ रावत ने तिहाड़ जेल से ताहिर की मेडिकल रिपोर्ट मँगवाई थी। जेल प्रशासन को यह रिपोर्ट 11 जनवरी यानी बुधवार तक भेजनी थी। इस रिपोर्ट के आधार पर ही ताहिर के पैरोल पर फैसला होना है।
2020 North East Delhi violence | Delhi's Karkardooma Court today framed the charges against ex-MCD councillor Tahir Hussain in a money laundering case. He has been charged with the offence of funding the riots using alleged laundered money. He has not pleaded guilty.
— ANI (@ANI) January 11, 2023
बताया जा रहा है, कि दिल्ली दंगों के ही मामले में जेल में बंद एक अन्य आरोपित अतहर खान ने जेल के एक अधिकारी पर मानसिक रूप से उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है। याचिका में अतहर ने कोर्ट से संरक्षण की माँग की है। एक अन्य आरोपित उमर खालिद ने भी जेल प्रशासन से इलेक्ट्रिक केतली और पढ़ने के लिए किताबें मँगवाई थीं। हालाँकि, इस याचिका के निस्तारण की जिम्मेदारी कोर्ट ने जेल प्रशासन को सौंपी है।
Delhi Riots 2020: आपको ज्ञात हो, कि साल 2020 के हिन्दू विरोधी दंगों में मुख्य आरोपित किया गया ताहिर हुसैन आम आदमी पार्टी से पार्षद था। पुलिस जाँच में यह भी खुलासा हुआ है, कि ताहिर हुसैन ने अपने घर को एक रणनीतिक बेस के तौर पर दंगाइयों के साथ प्रयोग किया था। आम आदमी पार्टी ने ताहिर हुसैन पर दंगे का आरोप लगने के बाद उन्हें पार्टी ने निलंबित कर दिया था।