Amit Shah In Bihar: मधुबनी के झंझारपुर में शनिवार 16 सितंबर को रैली में गृह मंत्री अमित शाह ने लालू-नीतीश पर जमकर निशाना साधा। लालू-नीतीश गठबंधन तेल पानी जैसा है। दोनों लंबे समय तक एकसाथ नहीं रह सकते। लालू को बेटे को सीएम बनाना है और हर बार की तरह नीतीश बाबू को प्रधानमंत्री बनना है। शाह ने कहा कि दरभंगा एम्स पर नीतीश बाबू बोलते रहते हैं, बहुत कम प्रदेश हैं जहां पर दो एम्स दिए गए हैं। मोदी जी ने पटना में एम्स दिया।
Amit Shah In Bihar: 2020 दिसंबर में दरभंगा में दूसरा एम्स दिया। नीतीश जी ने 81 एकड़ भूमि दे दी पहले मेडिकल कॉलेज में बाद में इसको वापस ले लिया। अगर नीतीश जी ने भूमि वापस ना ली होती तो आज यहां पर एम्स बन गया होता और यहां पर मरीजों का इलाज हो रहा होता।
बिहार की जनता ने क्यों जताया विरोध?
Amit Shah In Bihar: उन्होंने कहा कि लालू-नीतीश की सरकार ने फतवा जारी किया, बिहार में रक्षा बंधन और जन्माष्टमी की छुट्टी नहीं होगी। बिहार की जनता ने विरोध जताया। सरकार को फैसला वापस लेना पड़ा। इसके अलावा बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरित्रमानस पर की गई टिप्पणी को अपमानजनक कहा। रैली की शुरुआत में उन्होंने लोगों से पूछा कि मोदी जी को फिर से प्रधानमंत्री बनाना चाहिए या नहीं? इसके बाद भारत माता की जय के नारे लगवाए, फिर सीता माता की जय के नारे लगवाए। इससे पहले बिहार के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि यहां जंगलराज है। बीजेपी की सरकार आएगी तो सब पर कंट्रोल लग जाएगा। हम लोकसभा की सभी 40 सीट जीतेंगे।
सिद्धार्थ को गौतम बुद्ध और मोहन दास को महात्मा गांधी बनाने वाली बिहार की महान भूमि आज खोखले वादे, जातिवाद और तुष्टीकरण की राजनीति की भेंट चढ़ चुकी है।
झंझारपुर में अपार जनसैलाब बिहार में जंगलराज चलाने वालों के खिलाफ जनता के आक्रोश को दर्शाता है। अब बिहार ने सत्तालोभियों के… pic.twitter.com/AqiwlnRReh
— Amit Shah (@AmitShah) September 16, 2023
विपक्षियों ने अमित शाह पर कसा तंज
Amit Shah In Bihar: मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा कि अमित शाह के बिहार दौरे से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। वे दंगा-फसाद कराने के लिए आते हैं। जैसे बिल्ली रास्ता काट देती है, इसी तरह वे बाधा बनकर आ रहे हैं। बिहार की जनता बेवकूफ नहीं है। बिहार की जनता सब कुछ देख रही है। जो महादेव का भक्त होगा उसको क्या मुश्किल होगी? अमित शाह के बिहार दौरे को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने तंज कसा है। तेजस्वी ने शुक्रवार 15 सितंबर को कहा कि गृहमंत्री अगर साल के 365 दिन बिहार में रहेंगे तो उसका फायदा हम लोगों को ही मिलने वाला है। अमित शाह का बार-बार बिहार आना दिखाता है कि वे कितने डरे हुए हैं।
शाह की रैली से पहले जेडीयू ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की मांग उठाई है। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि कर्पूरी ठाकुर ने पूरी उम्र सनातन का पालन किया है। ऐसे में सनातन की राजनीति करने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जब झंझारपुर में उनके नाम से बने स्टेडियम में कार्यक्रम करने आ रहे हैं तो उन्हें भारत रत्न देने की घोषणा करें।
बिहार में अमित शाह का छठा दौरा
Amit Shah In Bihar: बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद अमित शाह का एक साल में यह छठा दौरा है। पिछले साल सत्ता परिवर्तन के तुरंत बाद 23-24 सितंबर को उन्होंने सीमांचल के पूर्णिया से चुनावी रैली का आगाज किया था। इस दौरान उन्होंने किशनगंज में एक दिन का प्रवास भी किया था। इसके बाद 11 अक्टूबर 2022 को जेपी की जयंती पर अमित शाह सारण के सिताबदियारा पहुंचे थे।
स्वामी सहजानंद की जयंती पर केंद्रीय गृहमंत्री ने 25 फरवरी 2023 को वाल्मीकिनगर में सभा को संबोधित किया था। 2 अप्रैल 2023 को अमित शाह सम्राट अशोक की जयंती पर नवादा पहुंचे थे। जबकि 29 जून 2023 को जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के क्षेत्र लखीसराय से अमित शाह ने सीएम नीतीश कुमार को ललकारा था।
Written By: Poline Barnard
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