Mafia Mukhtar Ansari का रूतबा ऐसा था कि यूपी में अच्छे-अच्छे लोग पानी भरते थे। क्या नेता, क्या अफसर सब उसके सामने थर-थर कांपते थे। जी हजूरी ऐसी कि जब वो जेल में था तो पूरा गैंग जेल से ही चलता था। जेल के टेलिफोन का बिल भी लाखों में आता था। किसी कि हिम्मत नहीं होती थी की उसके सामने चू भी कर सकें… बैडमिंटन खेलने के लिए उनके साथ एक से एक फन्ने खां आते थे। उनमें उस समय के डीएम भी मौजूद थे जो कि उनके साथ बैडमिंटन खेलते थे। अब आपको उनके रूतवे का अंदाजा लग गया होगा कि आजम खां और मुलायम सिंह यादव से थी नजदीकी।
जिसने मुख्तार अंसारी को सही मायने में डाॅन नं 1 बना दिया था
बसपा से पहले बार विधायक बने थे और ऑखरी बार साल 2017 में भी मऊ से विधायक चुनकर आए थे… 5 बार विधायक रहे और तीन बार विधायक तो जेल मे रहते हुए ही बन गए… 60 से ज्यादा अपराधिक केस उसमे कई हत्याओं का आरोप, कई हत्या के प्रयास के आरोप थे। उनमें एक ऐसी हत्या का भी आरोप था जिसने मुख्तार अंसारी को सही मायने में डाॅन नं 1 बना दिया था।
अतीक अहमद, ब्रजेश सिंह , राजा भैया, विकास दूबे से कई कोसो आगे निकल गया था मुख्तार अंसारी… साल था 2005 जब उसने करवा दी थी भाजपा विधायक कृषणानंद राय की हत्या वो भी पूरे फिल्मी स्टाइल में … उसके गुर्गों ने तड़ातड़ दागी 500 गोलियां और जब तक उसके गुर्गे वहाँ से नही गए जब तक उनको भरोसा नहीं हुआ कि कृष्णानंद राय नहीं रहे…
ऐसा कौन माईका लाल हो गया जो अंसारी बंधुओं को चुनौती…
अब आपके मन में कई सवाल उठ रहे होंगे कि कृष्णानंद की ऐसी क्या खता थी कि उनको ऐसे मौत के घाट उतार दिया तो हम बता दें आपको कि भाजपा विधायक का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने अफजाल अंसारी को चुनाव में मात दी थी। ऐसा कौन माईका लाल हो गया जो अंसारी बंधुओं को चुनौती दे रहा था। बस ये ही बात डाॅन को अखर गई और फिर रची गई कृष्णानंद राय की हत्या की कहानी… और जब 28 मार्च गुरूवार को माफिया की मौत की खबर आयी तो कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय खुशी से झूम उठी… उन्होंने कहा कि “ये है भगवान का न्याय है। कई अनाथ परिवारों को सुकून मिला होगा।”
ये तो रही कृष्णनंद राय की पत्नी की बात… जब से योगी ने यूपी की सत्ता संभाली है तब से ही माफियाओं की शामत ही आ गयी है… एक-एक करके माफयाओं की नंबर ही लग गया है। आपको याद ही होगा कि कैसे मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही योगी ने ऐलान कर दिया था कि माफिया या तो सुधर जाएं… या फिर यूपी को छोड़ कर चले जाएं…
शायद जब माफियाओं ने उनको हलके में ले लिया था… बिकास दूबे से लेकर अतीक अहमद का क्या हश्र हुआ ये किसी से भी छुपा नहीं है। अतीक ने तो यहां तक कहा था कि योगी जी ने हमको मिट्टी में मिला दिया, अब तो बस रगड़ा जा रहा है… तब से ही लगने लगा था कि अगला नंबर मुख्तार अंसारी का है।
लेकिन कृष्णनंद राय की पत्नी की बात आज सच साबित हो गई.. लगता तो यहीं है… जब उन्होंने कहा कि भगवान ने न्याय कर दिया। आपको बता दें कि गुरूवार की रात करीब 10 बजे माफिया मुख्तार अंसारी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हो गई… लेकिन मुख्तार के बेटे अब्बास अंसारी और परिवार के लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि उनको जहर देकर मारा गया है… वो यही नहीं रीके उन्होंने कहा कि 40 दिन पहले भी मुख्तार अंसारी को धीमा जहर दिया था… सच्चाई क्या है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा … बांदा के डीएम ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए है… जांच के बाद दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा…
ये तो राजनीति है साहब ये तो होती ही रहेगी
ये तो मुख्तार अंसारी के परिवार की बात है साहब इनका योगी सरकार पर आरोप लगाना समझ आता है लेकिन, INDI गठबंधन के नेताओं से लेकर विपक्ष के नेताओं तक… मुख्तार अंसारी की मौत पर जमकर राजनीति चमका रहे है… अखिलेश यादव से लेकर औवैसी तक, राहुल गांधी से लेकर मायावती तक कोई पीछे नहीं रहना चाहता… इसके पीछे मुस्लिम वोट है जिसके लिए सब लालायित नजर आ रहे है। इन सब नेताओं कि एक ही कोशिश है कि कैसे भी मुस्लिम वोटों को अपने पक्ष में किया जाएं… ये तो राजनीति है साहब ये तो होती ही रहेगी लेकिन, जनता है सब जानती है…
बात करें राज्य की शांति कायम रखने के लिए तो योगी सरकार ने कानून व्यवस्था को चाक चौबंद रखने के लिए पहले से ही इंतजाम कर रखे है। शनिवार 30 मार्च को मुख्तार अंसारी को सपुर्द-ए-खाक किया जाएगा। राज्य में धारा 144 लगा दी गई है। बांदा से लेकर मऊं तक के आसपास के इलाको को सील कर दिया गया है। भारी पुलिसबल तैनात कर दिया है जिससे कि परिंदा भी पर ना मार सके…
मुख्तार अंसारी अपने परिवार के लिए करोड़ों की दौलत छोड़ गए । आप इसका अंदाजा इसी बात से लगा सकते है कि सरकार ने 608 करोड़ रू जब्त किए थे इसके बावजूद भी वो अपने परिवार के लिए करोड़ों रू की संपत्ति छोड़ गए है। जानकार मानते है कि उन्होंने इतनी संपत्ति काले कामों के जरिए ही कमाए थे।
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