UP News: मोहब्बत के तराने आपने बहुत सुने होंगे लैला-मजनू , हीर-रांझा, सोनी-महिबाल और ये वो इश्क के परवाने थे जिनकी वजह से हम बचपन में मोहब्बत क्या होती है शायद तब ही जान पाए। लेकिन सभी वो लोग थे जिनकी वजह से मोहब्बत लोगों के दिल में आज भी जिंदा है। अब हम आपको ऐसी मोहब्बत की खबर बताने जा रहे है जो कि पहले के लैला- मजनू, हीर-रांझा को टक्कर देनें में बिल्कुल भी कम नहीं है। मोहब्बत की ये कहानी आप सुनेंगे तो आपकी भी आंखों से आंसू छलक उठेंगे। ये खबर है उत्तर प्रदेश के जिला प्रतापगढ़ के कुंडा में रहने वाली आरती मौर्य की। जिसने भी आरती की कहानी सुनी उनका दिल पसीज गया। आपको बता दें, कि आरती की शादी नजदीकी गांव के रहने वाले अवधेश से तय हुई थी।
UP News: 8 दिसंबर को बारात आनी थी और दोनों ही घरों में शहनाइयां गूंज रही थीं। परिवार के सदस्य और दूसरे मेहमान शादी के लिए तैयार हो रहे थे, दिन का एक बज रहा था तभी आरती के जीवन में कुछ ऐसा घटा कि जो उसके जीवन में सब कुछ बदल गया। उसने देखा एक छोटा बच्चा खेल रहा था और अगर वो उसको न बचाने जाती तो शायद एक माँ की कोख ही उजड़ जाती। आरती ने अपने जीवन की परवाह न करते हुए उसको बचाने का फैसला किया। बच्चे को बचाने के चक्कर में दुल्हन आरती का पैर फिसल गया और वो छत से नीचे गिर गई। उसकी रीढ़ की हड्डी में गंभीर चोट आयी | कमर और पैर समेत शरीर के दूसरे हिस्सों में भी चोट आई।
UP News: डॉक्टरों ने जब यह बताया कि फिलहाल वह अपंग हो गई है और कई महीने तक बिस्तर से नहीं हिल सकती तो सभी के होश फाख्ता हो गए। आरती के घर वालों को लगने लगा कि लड़के वाले अब शादी तोड़ देंगे.. क्योंकि इलाज के बावजूद उसके पूरी तरह ठीक होने की उम्मीद भी थोड़ी कम है। परिवार वालों को लगा, कि अब अवधेश-आरती से शादी करने से मना कर देगा। ये सोचकर उन्होंने अवधेश और उसके परिवार को आरती की छोटी बहन से शादी करने का प्रस्ताव दिया। लेकिन अवधेश के मन में तो कुछ और ही चल रहा था उसने वो फैसला लिया जिसने भी सुना उसने अवधेश की तारीफ में कसीदे पढ़े..
UP News: किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी, कि साधारण से परिवार का सामान्य सा नज़र आने वाला अवधेश जो कदम उठाएगा, वह उनकी सोच से परे होगा। अवधेश ने कहा, कि वह इस हालत में भी न सिर्फ आरती को पत्नी के तौर पर अपनाएगा, बल्कि शादी भी उसी दिन तय वक़्त पर करेगा। अवधेश की जिद पर डाक्टरों की टीम से परमीशन लेकर आरती को दो घंटे बाद एम्बुलेंस से वापस घर लाया गया। उसे स्ट्रेचर पर लिटाकर शादी की रस्में अदा की गईं। ऑक्सीजन और ड्रिप लगी होने की सूरत में ही उसकी मांग भरी गई। आम दुल्हनों की तरह आरती की भी विदाई हुई।
UP News: ये अलग बात है, कि ससुराल जाने के बजाय आरती को वापस अस्पताल लाया गया। अगले दिन होने वाले ऑपरेशन के फॉर्म पर खुद अवधेश ने पति के तौर पर दस्तखत किए। अस्पताल के स्टाफ के साथ ही, मरीजों के परिजन भी अवधेश और आरती की तुलना लैला-मजनू से कर रहे है। वो कह रहे है भले ही आरती आज अस्पताल में जद्दोजहद कर रही है लेकिन अवधेश नें भी उनका साथ जीवनभर देने का लेकर सदा के लिए अपना नाम इतिहास के पन्नो स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज करवा दिया।
सच्ची घटना 👌
UP प्रतापगढ़ के कुंडा इलाके की रहने वाली आरती मौर्य की शादी नजदीक के ही गांव के अवधेश से तय हुई थी | 8 दिसंबर को बारात आनी थी | दोनों ही घरों में शहनाइयां बज रही थीं | परिवार के सदस्य और दूसरे मेहमान तैयार हो रहे थे, तभी दोपहर 1.00 बजे के करीब एक छोटे बच्चे pic.twitter.com/jq5BI5zOXV— sanjay chaturvedi (@sanjay16sanjay) February 23, 2023
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