UP की IAS कृति राज अफसर घूंघट डालकर पहुंची अस्पताल, मरीज बनकर खड़ी रही कतार में सच जानकर लोगो के उड़े होश

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आपने फ़िल्मों में देखा होगा की कैसे कोई ईमानदार अफ़सर सरकारी संस्था का औचक दौरा करता हैं की सब कुछ ठीक चल रहा हैं की नहीं, ऐसा ही असल ज़िंदगी में हो जाएँ तो आप इसको क्या कहेंगे? UP के  फ़िरोज़ाबाद में कुछ ऐसा ही हुआ जब एसडीएसम अफसर कृति राज एक सरकारी अस्पताल के हालात देखने के लिए घूंघट डालकर मरीज बनकर पहुंच गईं। उन्होंने घूँघट केवल इसलिए डाला थे की कोई उनको पहचान ना ले।

आपको बता दे की फ़िरोज़ाबाद के जदीदामई स्थित शकीला नईम स्वास्थ्य केंद्र से आए दिन शिकायत मिलती रहती थी। यहां के स्टाफ द्वारा मरीज के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है। मरीजों को अक्सर बिना दवा के ही लौटा दिया है। शिकायत यह भी मिली थी कि जो मरीज एंटी रेवीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए आते हैं। उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है। इतना ही नहीं उन्हें इंजेक्शन भी नहीं लगाया जाता है।

मंगलवार सुबह(13 मार्च)फिरोजाबाद जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एसडीएम (IAS) अचानक निरीक्षण करने पहुंच गयी और उनको एक महिला मरीज़ ने पहचान लिया। एसडीएम कृति राज मरीज बनकर अस्पताल की जांच करने पहुंच गयी।अस्पताल में डॉक्टर के व्यवहार को देख एसडीएम खूब भड़की इसके अलावा दवा के स्टोर रूम में 50 फ़ीसदी दवाईयां एक्सपायर मिली। जानकारी के मुताबिक़,  एक मरीज ने बताया था कि वह एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगवाने के लिए यहां पहुंचे थे। अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन लगी थीं, लेकिन डॉक्टर नदारद थे। बस इसी शिकायत पर हकीकत जानने एसडीएम अफसर मौके पर पहुंची थीं।

रजिस्टर में साइन…लेकिन गायब थे कर्मचारी

बता दें कि IAS ऑफिसर कृति राज जब अस्पताल पहुंची तो चुपचाप तरीके से घूंघट डालकर लोगों की लाइन में पर्ची कटवाने के लिए लाइन में लग गईं। कुछ देर बाद पर्ची कटवाई और डॉक्टर से मुलाकात भी हो गई, लेकिन डॉक्टर ने उनके साथ ठीक से व्यवहार नहीं किया। इसके अलावा और भी कुछ ऐसा  देखने को मिला जो नियमों के खिलाफ थे। काफी सारी दवाईयां एक्सपायर होने के बाद भी स्टोर में रखी हुई थीं। वहीं जब वो मरीज के भर्ती वाले वार्ड में पहुंची तो वहां पर गंदगी का अंबार  लगा था।

शौचालय, बेडशीट सब गंदे थे। इतना ही नहीं रजिस्टर देखा तो उसमें अस्पताल के कई कर्मचारियों के साइन थे, लेकिन उसमें से अधिकतर स्टॉफ गायब था। जब अस्पताल कर्मचारियों को SDM मैडम के आने की जानकारी मिली तो आनन-फ़ानन में सभी कर्मचारी काम में जुट गए और साफ सफाई भी करवा दी।

मरीज खड़े होकर लगवाते हैं इंजेक्शन

आईएएस कृति राज ने बताया “यहाँ डॉक्टर हाजरी लगा के चले जाते थे। वहीँ डिलीवरी रूम और शौचालय में काफी गंदगी है। बैड काफी गंदे उस पर धूल जमी पड़ी है। मरीजों को खड़े करके इंजेक्शन लगाया जा रहा था। ओआरएस की पैकेट, कुत्ते काटने के इंजेक्शन और भी अन्य दवा एक्सपायर निकली। इस मामले की निरीक्षण रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी जा रही है। इस पर जल्द कार्रवाई होगी।”

IAS Kriti Raj कौन हैं ?

झांसी जिले की रहने वाली कृति राज एक IAS officer हैं। उन्होंने झांसी में ही अपनी प्रारंभिक पढ़ाई लिखाई की। साल 2000 के UPSC परीक्षा में 106वीं रैंक प्राप्त कर कृति राज IAS बनी थी।उन्होंने झांसी के सेंट फ्रांसिस कॉन्वेंट स्कूल (St. Francis Convent School) से अपनी पढ़ाई शुरू की थी।उसके बाद जय एकेडमी (Jai Academy, Jhansi) से 12वीं की बोर्ड परीक्षा पास की थी। कृति राज ने बीआईईटी झांसी (BIET Jhansi) से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की है।

बीटेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कृति उस सेक्टर में नौकरी नहीं करना चाहती थीं।वह जमीनी स्तर पर कुछ करना चाहती थीं और इसीलिए उन्होंने कल्पवृक्ष वेलफेयर फाउंडेशन नामक एक एनजीओ की शुरुआत की थी। इसमें महिलाओं और बच्चों के वेलफेयर संबंधी काम किए जाते हैं। वहीं उन्होंने सिविल सर्विस में जाने की योजना बनाई क्योंकि इसी से उन्हें अपने उद्देश्य को पूरा करने में बेहतर मदद मिल सकती थी। उनके कार्य करने का तरीका थोड़ा अलग है साथ ही वह अपने अलग अंदाज के लिए भी फेमस है, सोशल मीडिया में भी उनकी तगड़ी फैंस फालोइंग है।

Written By Poline Barnard.

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