Boris Johnson: ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को कहा कि संसद को गुमराह करने को लेकर दंडित किए जाने की सूचना मिलने के बाद वह सांसद के तौर पर अपना इस्तीफा दे रहे हैं। कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान लागू लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करने वाली कई सभाओं के बारे में संसद में दिए गए। भ्रामक बयानों को लेकर जांच के परिणाम आने के बाद जॉनसन ने पद से इस्तीफा दिया।
उन्होंने एक बयान जारी कर विरोधियों पर उन्हें बाहर निकालने की कोशिश करने का आरोप लगाया। कई घोटालों के बीच जॉनसन ने 2022 में प्रधानमंत्री का पद छोड़ दिया था, लेकिन उन्होंने सांसद के तौर पर सेवाएं जारी रखी थीं।
जॉनसन ने संसदीय समिति पर उन्हें संसद से बेदखल करने का प्रयास करने का आरोप लगाया है। एक बयान में उन्होंने कहा कि समिति ने अभी तक एक भी सबूत पेश नहीं किया है कि मैंने जानबूझकर या लापरवाही से संसद को गुमराह किया। सांसद पद छोड़ने की घोषणा करते हुए जॉनसन ने एक लंबा बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा है कि मैंने झूठ नहीं बोला, और मुझे विश्वास है कि समिति इसे जानती है।
"Very sad to be leaving parliament-at least for now"
Former UK PM #BorisJohnson has quit as a Member of Parliament, over 'partygate' report. In the resignation, Johnson lashed out at PM Rishi Sunak.@RohitWellington tells you more
Watch more: https://t.co/AXC5qRuO3J pic.twitter.com/XvcVUR6XN8
— WION (@WIONews) June 10, 2023
उन्होंने कहा कि वे अच्छी तरह से जानते हैं कि जब मैंने कॉमन्स में बात की थी तो मैं वही कह रहा था, जो मैं ईमानदारी से सच मानता था।उन्होंने कहा कि वर्तमान प्रधानमंत्री और डाउनिंग स्ट्रीट में रहने वाले ऋषि सुनक का भी मानना था कि वे कानूनी रूप से एक साथ काम कर रहे थे।
जॉनसन ने ‘कंगारू कोर्ट’ की तर्ज पर काम करने के लिए समिति की निंदा की और दावा किया कि समिता का शुरू ही से उद्देश्य तथ्यों की परवाह किए बिना उन्हें दोषी ठहराना है। मार्च में विशेषाधिकार समिति को सौंपे गए साक्ष्य में जॉनसन ने संसद को गुमराह करने की बात स्वीकार की थी, लेकिन उन्होंने जानबूझकर ऐसा करने से इनकार किया था।
पूर्व प्रधानमंत्री ने माना था कि पार्टी में जुटी भीड़ ने “सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन नहीं किया था।”उन्होंने कहा कि पार्टी का आयोजन ‘‘आवश्यक’’ कार्यक्रम के तहत हुआ था और दावा किया कि इसके लिए पूर्व अनुमति ली गई थी। विशेषाधिकार समिति ने कहा कि जॉनसन ने हाउस ऑफ कॉमन्स की गरिमा को ठेस पहुंचाई. समिति ने कहा कि उसने सभी समय प्रक्रियाओं और सदन के जनादेश का पालन किया. जांच रिपोर्ट जल्द जारी की जाएगी।
Written By: Poline Barnard
ये भी पढ़ें..