Delhi News: जमीयत उलेमा-ए-हिंद का तीन दिन का अधिवेशन दिल्ली में चल रहा था और रविवार को अधिवेशन का अंतिम दिन था। बता दें कि अधिवेशन के अंतिम दिन हिंदू व अन्य गैर-मुस्लिम धर्मगुरूओं की मंच पर मौजूदगी के बीच ही जमीयत उलेमा-ए-हिंद अरशद गुट के प्रमुख मौलाना अरसद मदनी ने एक विवादित बयान दे दिया। जिसके बाद मंच पर ही हड़कंप मच गया। उन्होंने ओम और अल्लाह को एक ही बता दिया था। इसके बाद जैन धर्मगुरू मुनि लोकेश ने उनको (अरशद मदनी) शास्त्रार्थ की चुनौति देते हुए मंच का त्याग कर दिया। जब लोकेश मुनि मंच का त्याग कर रहे थे तब सम्मेलन में मौजूद लोगों ने उनके (लोकेश मुनि का) विरोध में नारे लगाए थे।
Delhi News: अरशद मदनी-‘घर वापसी’ और सारे मुसलमान
ओम और अल्लाह को एक बताने वाले जमीयत उलेमा-ए-हिंद अरशद गुट के प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने यहीं नहीं रूके उन्होंने संघ प्रमुख मोहन भागवत हिंदू- मुस्लिम एकता को बढ़ाने के लिए दिए गए बयान पर भी अरशद मदनी ने पलीता लगा दिया। मदनी ने एक और विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि ‘घर वापसी’ और सारे मुसलमान को हिंदू बताने वाले बयान को जाहिल तक बता दिया।
मंच पर मौजूद परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदांनद सरस्वती ने भी कहा कि “नफरत से किसी का भी भला नहीं होने वाला लेकिन, मोहब्बत से पूरी जिंदगी निकाली जा सकती है। मजहब के नाम पर बटवारा हुआ, तो एक देश दो हो गए।”
आपको बता दें कि दिल्ली में रामलीला ग्राउंड मे चल रहे जमीयत के तीन दिवसीय अधिवेशन के मंच पर जैन धर्मगुरू लोकेश मुनि, परमार्थ निकेतन के प्रमुख स्वामी चिदांनद सरस्वती, सिख धर्मगुरू सरदार चंडोक सिंह भी मौजूद थे।
मदनी- मोहन भागवत की तारीफ में पढ़े थे कसीदे
मदनी: दुनिया का सबसे पुराना धर्म इस्लाम है और इस्लाम की पैदाइश भारत में हुई
Delhi News: उन्होंने ये भी कहा कि “दुनिया का सबसे पुराना धर्म इस्लाम है और इस्लाम की पैदाइश भारत में हुई, भारत पर पहला हक मुस्लमानों का है और साथ ही ये भी कहा कि इस धरती की खासियत ये है कि ये खुदा के सबसे पहले पैगंबर हैं। भारत मुसलमानों का पहला वतन है और इसलिए यह समझना कि इस्लाम बाहर से आया हुआ मजहब है सरासर गलत है।”
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